joharcg.com मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि हमारे वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा से इस कठिन मिशन को पूरा कर इतिहास रच दिया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश और चंद्रमा पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। देश के लोगों को इस उपलब्धि पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ नागरिकों की ओर से इस मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है।
भारत ने आज इतिहास रच दिया
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश और चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश बना भारत
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की खबर सुनकर इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है और भारत की अंतरिक्ष खोज में एक नया अध्याय जोड़ा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग भारत के लिए एक गर्व का पल है। इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की अथक मेहनत और समर्पण ने इस मिशन को सफल बनाया है। यह सफलता केवल इसरो की ही नहीं, बल्कि पूरे देश की उपलब्धि है। मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए इसरो को दिल से बधाई देता हूँ।”
चंद्रयान-3 का यह मिशन चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग के उद्देश्य से भेजा गया था। चंद्रयान-2 के पिछले मिशन की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, इस बार इसरो ने कई तकनीकी सुधार और नई रणनीतियाँ अपनाईं, जो अंततः सफल साबित हुईं। चंद्रयान-3 की इस सफलता ने अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीकी विकास में भारत की क्षमता को एक नई ऊँचाई पर पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह सफलता भारतीय वैज्ञानिकों के दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। उन्होंने यह भी कहा कि इसरो के प्रयासों से न केवल भारतीय विज्ञान और तकनीक का मान बढ़ा है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। चंद्रयान-3 की सफलता भारत की अंतरिक्ष एजेंसी के विश्वसनीयता और क्षमता को दर्शाती है और यह अन्य अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत करती है।
मुख्यमंत्री ने इसरो के वैज्ञानिकों और तकनीकी दल को धन्यवाद देते हुए, उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे इस महान उपलब्धि को मनाएं और भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति अपनी सराहना और समर्थन व्यक्त करें। यह घटना भारत के अंतरिक्ष अभियान के इतिहास में एक सुनहरे अध्याय के रूप में दर्ज होगी और भविष्य में अधिक सफल अभियानों की उम्मीद जगा रही है। Bhupesh Baghel Archives – JoharCG