joharcg.com प्रकृति का एक अनमोल वरदान है हाथी, जो सिर्फ एक जानवर नहीं बल्कि एक आदिवासी समुदाय के लिए एक बड़ा हिस्सा भी है। हाथी दिवस के इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाथियों के साथ उनके पुराने नाते की याद दिलाई। हाथी दिवस को मनाने का उद्देश्य हाथी-मानव द्वंद्व को समझना और समाधान ढूंढना है। हाथियों के संरक्षण का महत्व बढ़ सका है ताकि उनकी जीवनशैली बचाई जा सके।

हाथी एक बहुत बड़े या गैरतरजीहाती दिखाई देने वाली जानवर है, जिसे प्रकृति का एक अनमोल धरोहर कहा जाता है। ये जानवर समुदाय के लिए एक में से एक अहम किरदार निभाते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर सभी से अपील की है कि हमें अपने पर्यावरण के संरक्षण का ध्यान रखना चाहिए। हमें हाथी जैसे अनमोल जीवन की रक्षा करनी चाहिए ताकि हमारे भविष्य की पीढ़ियों को भी एक स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण मिले।

इस विशेष दिन पर, हम सभी को हाथी के महत्व को समझने के लिए अपने जीवन में उनका सम्मान करना चाहिए। यह हमारे लिए न केवल एक जानवर है, बल्कि हमारे पर्यावरण और समुदाय के लिए भी एक महत्वपूर्ण संसाधन है। हाथी दिवस के इस अवसर पर, हमें यह समझना चाहिए कि हमारी जिम्मेदारी क्या है और हमें कैसे हाथी जैसे महत्वपूर्ण जीवों की रक्षा में भाग लेना चाहिए।,

आज विश्व हाथी दिवस के अवसर पर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाथियों और उनके संरक्षण के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ और हाथियों के बीच एक पुराना और गहरा संबंध है, जिसे संरक्षित और बढ़ावा देने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर दिए गए अपने बयान में कहा कि छत्तीसगढ़ में हाथियों का ऐतिहासिक महत्व है और उनके साथ मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस क्षेत्र में हाथियों और मानवों के बीच संबंध कभी-कभी तनावपूर्ण हो जाते हैं, जिससे दोनों पक्षों को नुकसान पहुँचता है।

मुख्यमंत्री ने हाथियों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार की योजनाओं और पहलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हाथियों का छत्तीसगढ़ की पारिस्थितिकी और सांस्कृतिक धरोहर में महत्वपूर्ण स्थान है। हमें हाथियों के प्राकृतिक आवास की रक्षा करनी चाहिए और उनके साथ बेहतर सह-अस्तित्व के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।”

विष्णु देव साय ने यह भी जोड़ा कि हाथियों के मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के लिए नई योजनाओं पर विचार किया जा रहा है, जिसमें हाथी-मानव संवाद बढ़ाने, सुरक्षा उपायों को सख्त करने, और स्थानीय समुदायों को जागरूक करने के प्रयास शामिल हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि हाथियों के जीवन की गुणवत्ता और उनके संरक्षण के लिए सभी संभव कदम उठाए जाएंगे।

विश्व हाथी दिवस के मौके पर, मुख्यमंत्री ने हाथियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए सभी से अपील की कि वे हाथियों के प्रति संवेदनशीलता और समझ बढ़ाएं। उन्होंने यह भी कहा कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वे हाथियों की रक्षा और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा में योगदान दें।

यह दिवस हाथियों के संरक्षण और उनकी जीवित रहने की चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के बयान ने इस दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाते हुए हाथियों के संरक्षण और उनके साथ मानवीय सह-अस्तित्व को प्रोत्साहित किया है।

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