दिसंबर

joharcg.com छत्तीसगढ़ में जल्द ही एक बार फिर से लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत स्थानीय निकाय चुनावों का आयोजन किया जाएगा। दिसंबर और जनवरी के बीच होने वाले इन चुनावों के लिए तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। राज्य के विभिन्न नगर निगम, नगर पंचायत, और नगर पालिका के चुनावों को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक और चुनावी प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

चुनाव आयोग के अनुसार, छत्तीसगढ़ के स्थानीय निकाय चुनावों की तिथियों की आधिकारिक घोषणा जल्द की जाएगी, लेकिन यह स्पष्ट हो गया है कि दिसंबर के अंत से जनवरी की शुरुआत तक इन चुनावों का आयोजन होगा। चुनाव आयोग ने राज्य प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि चुनावी तैयारियों में कोई कमी न हो और सभी व्यवस्थाएं समय रहते पूरी की जाएं।

निकाय चुनाव के दौरान, छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों और कस्बों में नए प्रतिनिधियों का चयन होगा, जो अगले कार्यकाल के लिए विकास और जनकल्याण के मुद्दों पर काम करेंगे।

स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए, राज्य के प्रमुख राजनीतिक दलों ने भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, और अन्य क्षेत्रीय दलों ने अपने उम्मीदवारों के चयन और प्रचार की रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है।

इन चुनावों को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह पार्टियों के जनाधार को मापने का एक बड़ा अवसर होगा। प्रमुख नेताओं ने क्षेत्रों का दौरा शुरू कर दिया है और लोगों से संवाद बढ़ाया जा रहा है।

निकाय चुनावों में मुख्य रूप से स्थानीय विकास, बुनियादी सुविधाएं, स्वच्छता, जल आपूर्ति, सड़क निर्माण और जनसेवा के मुद्दे हावी रहेंगे। इन चुनावों में, स्थानीय जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन इन बिंदुओं को ध्यान में रखकर करेगी। राजनीतिक दल भी इन विषयों पर अपना घोषणापत्र तैयार कर रहे हैं और जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के दिसंबर-जनवरी के निकाय चुनावों को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। राजनीतिक दलों और प्रशासनिक तंत्र ने अपनी प्रक्रियाओं को शुरू कर दिया है, ताकि चुनावी प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके। अब देखना यह होगा कि इस चुनावी समर में कौन से नए चेहरे उभर कर सामने आते हैं और कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीतने में सफल होती है।

 इस वर्ष दिसंबर या अगले वर्ष जनवरी में होने वाले निकाय चुनावों को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी है। आने वाले कुछ दिनों में ही चुनाव के तारीखों की घोषणा हो सकती है और तारीख घोषित होते ही आचार संहित भी लग जाएगी। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य निवार्चन आयुक्त अजय सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने कहा कि परिसीमन और आरक्षण की कार्रवाई समय सीमा में पूरी की जाए। चुनाव के लिए ये दोनों ही प्रक्रियाएं महत्वपूर्ण होती है।

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से काम करें। सही मतदाता सूची सबसे ज्यादा आवश्यक है। आयुक्त सिंह ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया के प्रत्येक चरण की नियमित समीक्षा की जाएगी। बैठक में प्रमुख रूप से सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव बसइस वराजू एस. आयोग के सचिव डा. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, उप सचिव डा. नेहा कपूर एवं आलोक श्रीवास्तव उपस्थित थे

इन क्षेत्रों में नहीं मिली परिसीमन की जानकारी
बैठक में नगरपालिकाओं में स्थानों के आरक्षण में वर्तमान स्थिति के साथ नगरीय निकायों (नपानि राजनांदगांव, नपापरि कवर्धा, कुम्हारी, बेमेतरा, तखतपुर) में न्यायालय के स्थगन के कारण परिसीमन की जानकारी अप्राप्त है। इसके संबंध में चर्चा की गई।

वाहनों के किराये,प्रेक्षकों के मानदेय पर चर्चा
नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2024-25 के साथ ही भविष्य में होने वाले उप निर्वाचन के लिए अधिग्रहित किए जाने वाले वाहनों के किराये की दर, निर्वाचन में नियुक्त प्रेक्षकों के मानदेय, आम एवं उप निर्वाचन 2024-25 के लिए निर्वाचन संचालन हेतु नियोजित शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिये जाने वाले मानदेय दरों पर चर्चा हुई। साथ ही वाहन किराये पर के लिए वित्त विभाग की पूर्वानुमति से संबंधित भेजे गये प्रस्तावों पर चर्चा की गई

Laxmi Rajwade Archives – JoharCG