joharcg.com छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने की आशंका है। बीते कुछ दिनों से जारी लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है और आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। विशेष रूप से बस्तर, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा जैसे जिलों में मूसलधार बारिश का अनुमान है। विभाग ने कहा कि बारिश की तीव्रता के साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
लगातार बारिश के कारण राज्य की प्रमुख नदियों जैसे महानदी, शिवनाथ और इंद्रावती का जलस्तर बढ़ रहा है। कई जगहों पर नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने भी बाढ़ संभावित क्षेत्रों में राहत शिविर तैयार कर लिए हैं और आवश्यक बचाव सामग्री का भंडारण किया है।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लिया है और आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की जा चुकी हैं, और बाढ़ संभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। लोगों को अलर्ट रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
सरकार ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नाव और बचाव दलों को भी तैयार रखा है, और सभी संवेदनशील इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। बिजली कटौती और अन्य आपातकालीन स्थितियों के लिए भी आवश्यक व्यवस्था की जा रही है।
भारी बारिश के चलते किसानों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं। खरीफ फसल की बुवाई और उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है, खासकर धान की फसल पर। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भरने से जनजीवन बाधित हो सकता है और आवागमन भी मुश्किल हो सकता है। स्कूलों और कॉलेजों में भी छुट्टी की संभावना जताई जा रही है, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी लें और अनावश्यक यात्रा करने से बचें। भारी बारिश के दौरान खुले बिजली के तारों और निचले जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और सरकारी निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। मंगलवार को भी भारी बारिश का अलर्ट घोषित किया गया है। इसका क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, रायपुर सहित दुर्ग संभागों के जिले में रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार एक गहरा अवदाब उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है।
इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए अगले 24 घंटे में उत्तर ओडिशा और उत्तर छत्तीसगढ़ में पहुंचने की संभावना है। इसके असर से 24 घंटे मानसून सक्रिय रहेगा। बुधवार से फिर वर्षा की गतिविधियों में गिरावट हो सकती है। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। तीन स्थानों पर अतिभारी, 13 स्थानों पर बहुत भारी व 19 स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे ज्यादा वर्षा बीजापुर के भैरमगढ़ में 210 मिलीमीटर दर्ज की गई।