joharcg.com छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रदेशाध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य 17 जनवरी को चुने जाएंगे। इस चुनाव को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह का माहौल है, और चुनावी प्रक्रिया की पूरी तैयारी की जा रही है। प्रदेश भाजपा संगठन ने पार्टी के उच्च अधिकारियों की निगरानी में चुनाव की सभी औपचारिकताओं को पूरा करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
भा.ज.पा. के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव पार्टी के संगठन को मजबूती देने और आगामी चुनावों में सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। प्रदेशाध्यक्ष का चयन पार्टी के कार्यों और रणनीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव भी पार्टी के केंद्रीय स्तर पर रणनीतियों को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। यह चुनाव पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव और सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
पार्टी के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्य का चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत होगा, जिसमें पार्टी के सभी मंडल और जिले के प्रतिनिधि भाग लेंगे। चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी, और इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की निगरानी भी रहेगी।
भा.ज.पा. के प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी की विचारधारा को बढ़ावा देने और प्रदेश के विकास के लिए पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से यह चुनाव हो रहा है।
हालांकि, प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की चर्चा भी जोरों पर है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। आगामी चुनाव में पार्टी अपने संगठनात्मक ढांचे को और सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करेगी, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी को बेहतर परिणाम मिल सकें।
पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का मानना है कि यह चुनाव न केवल पार्टी की आंतरिक प्रक्रिया को सशक्त करेगा, बल्कि प्रदेश में भाजपा की स्थिति को भी मजबूत करेगा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा के संगठन चुनाव अपने अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। 17 जनवरी को प्रदेशाध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का भी चुनाव होगा। इस चुनाव की निगरानी के लिए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी विनोद तावड़े रायपुर पहुंचेंगे। प्रदेशाध्यक्ष के चयन को लेकर अटकलें तेज हैं।
वर्तमान अध्यक्ष किरण देव को दोबारा मौका दिया जाएगा या किसी नए चेहरे को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, इसका फैसला 17 जनवरी को होगा। यदि किरण देव को केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान मिलता है, तो प्रदेशाध्यक्ष का पद नए नेता को सौंपा जाएगा। संभावित नामों में धरमलाल कौशिक, विक्रम उसेंडी, शिवरतन शर्मा, और विजय बघेल शामिल हैं।