पीएमश्री योजना में शामिल

joharcg.com छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। पीएमश्री योजना के तहत प्रदेश की 78 शालाओं को शामिल कर लिया गया है। इस योजना के अंतर्गत चयनित शालाओं को उन्नत सुविधाएं और संसाधन मुहैया कराए जाएंगे, जिससे बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार होगा

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ की शालाओं का चयन होना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। यह योजना न केवल स्कूलों के आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाएगी, बल्कि छात्रों को बेहतर शैक्षिक माहौल भी प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ की गई यह योजना हमारे प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे उनकी शिक्षा के स्तर में सुधार होगा और वे भविष्य में देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे।”

पीएमश्री योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों को सशक्त बनाना और उन्हें मॉडर्न सुविधाओं से लैस करना है। इस योजना के तहत शालाओं को स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशालाएं, लाइब्रेरी और खेलकूद की उन्नत सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही, शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण और छात्रों के लिए तकनीकी शिक्षा पर जोर दिया जाता है।

इस योजना में शामिल 78 शालाएं राज्य की शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी। यह कदम न केवल छात्रों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाएगा, बल्कि राज्य की शैक्षिक रैंकिंग को भी बेहतर करेगा।

छत्तीसगढ़ की शालाएं अब आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी, जिससे बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ाई का अवसर मिलेगा। इस योजना के तहत, बच्चों को तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा में भी प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे वे भविष्य में आत्मनिर्भर बन सकें।

प्रदेशवासियों ने भी इस कदम का स्वागत किया है। लोगों का मानना है कि पीएमश्री योजना से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शैक्षिक अवसर मिलेंगे। यह योजना छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ा अवसर है, जिससे यहां के बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकेगा।

पीएमश्री योजना के तहत छत्तीसगढ़ की 78 शालाओं का चयन शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है। मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करना दर्शाता है कि यह योजना न केवल केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है, बल्कि राज्य सरकार भी इसे अपने विकास के लिए महत्वपूर्ण मान रही है।

आने वाले समय में इस योजना का प्रभाव निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की शिक्षा प्रणाली और छात्रों की क्षमता पर सकारात्मक रूप से दिखेगा।

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के 78 और स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए पीएम श्री योजना में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 263 पीएमश्री स्कूल स्वीकृत किए गए थे, नई स्वीकृति मिलने से यह संख्या बढ़कर अब 341 हो गई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा है कि यह हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है और इस दिशा में लगातार नए फैसले ले रहे हैं। पीएम श्री योजना के माध्यम शैक्षणिक अधोसंरचना एवं शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने का प्रयास निश्चित रूप से विकसित भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पीएम श्री योजना में शामिल इन स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उत्कृष्ट विज्ञान प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, व्यावसायिक लैब्स की व्यवस्था होगी, जो छत्तीसगढ़ को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाईयों पर ले जाएगी। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भी आभार व्यक्त किया है।

गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा पीएम श्री योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में 211 तथा तृतीय चरण में 52 और चौथे चरण में 78 शालाएं स्वीकृत की गई है। चौथे चरण में शामिल सभी 78 शालाएं कक्षा पहली से 12 वीं तक की हैं। प्रथम चरण में पीएम श्री योजना के तहत स्वीकृत शालाओं को अपग्रेड किया जा चुका है, वहीं तृतीय चरण में स्वीकृत शालाओं को अपग्रेड किया जा रहा है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान और गणित के लिए अत्याधुनिक लैब्स, खेल सुविधाएं, और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

यहां यह उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में पीएम श्री योजना का शुभारंभ 19 फरवरी 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री  धर्मेन्द्र प्रधान ने किया था। उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर किए जा रहे प्रयासों को सराहा था। पीएम श्री के तहत प्रति स्कूल 2-2 करोड़ रूपए व्यय कर आदर्श स्कूल के रूप में विकसित करने की योजना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पीएम श्री योजना के अंतर्गत शालाओं को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है।

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