joharcg.com छत्तीसगढ़ में इस वर्ष मॉनसून ने अपनी पूरी मेहरबानी दिखाई है। अब तक राज्य में 1134.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो न केवल राज्य के कृषि और जल संसाधनों के लिए बल्कि समग्र पर्यावरण के लिए भी एक शुभ संकेत है।
इस वर्षा से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है और जल स्रोतों में भी पर्याप्त पानी उपलब्ध हो गया है।राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 26 सितम्बर सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 2352.5 मिमी और बेमेतरा जिले में सबसे कम 588.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
छत्तीसगढ़, जो मुख्यतः कृषि पर निर्भर है, के लिए यह वर्षा वरदान साबित हो रही है। इस वर्ष की औसत वर्षा ने फसल उत्पादन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ प्रदान की हैं। धान, जो राज्य की प्रमुख फसल है, के लिए यह मौसम अत्यंत लाभकारी साबित हुआ है। किसानों ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि इस साल फसलों की पैदावार में वृद्धि की पूरी उम्मीद है।
राज्य के मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्षा से राज्य के विभिन्न जिलों में जल स्रोतों में पर्याप्त पानी का भंडारण हो गया है। जलाशयों, नदियों, और तालाबों में पानी का स्तर बढ़ गया है, जिससे न केवल सिंचाई के लिए बल्कि पेयजल आपूर्ति के लिए भी सुधार हुआ है।
इस मौसम की बारिश से छत्तीसगढ़ के वन्यजीवन और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हरे-भरे जंगलों और वनस्पतियों ने अपनी प्राकृतिक सुंदरता को वापस पा लिया है। विभिन्न पक्षियों और वन्य जीवों की संख्या में भी वृद्धि देखी जा रही है।
राज्य के कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे इस समय का सदुपयोग करते हुए अपनी फसलों की उचित देखभाल करें। उन्हें उन्नत कृषि तकनीकों और वैज्ञानिक तरीकों का प्रयोग करने की सलाह दी गई है ताकि फसल उत्पादन में अधिकतम वृद्धि हो सके।
विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा के आँकड़े इस प्रकार हैं: बस्तर में 1200 मिमी, सरगुजा में 1150 मिमी, रायपुर में 1100 मिमी और बिलासपुर में 1125 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राज्य के सभी हिस्सों में पर्याप्त वर्षा हुई है।
सरकार ने भी इस वर्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विकास कार्यों और परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। जल संचयन, सिंचाई परियोजनाओं और ग्रामीण विकास के लिए कई नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं।
यह वर्षा न केवल वर्तमान फसल चक्र के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि आने वाले समय के लिए भी एक मजबूत आधार तैयार कर रही है। छत्तीसगढ़ में 1134.9 मिमी औसत वर्षा का यह आँकड़ा राज्य की समृद्धि और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।