केन्द्रीय पुल

Joharcg.com मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की अध्यक्षता में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में केन्द्रीय पुल में एफसीआई को 45.65 लाख मीटरिक टन चावल परिदान किए जाने के संबंध में बैठक हुई। बैठक में खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा, प्रबंध संचालक मार्कफेड सुश्री किरण कौशल, विशेष सचिव खाद्य विभाग श्री मनोज सोनी सहित डिविजनल रेल्वे मेनेजर रायपुर-बिलासपुर-नागपुर, महाप्रबंधक भारतीय खाद्य निगम रायपुर, क्षेत्रिय प्रबंधक केन्द्रीय भण्डार गृह निगम भोपाल उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में राज्य के बाहर चावल के परिवहन के पूर्व संग्रहण के लिए एफसीआई द्वारा किराए पर गोदाम लेने का सुझाव दिया गया।

चावल के परिवहन के लिए अधिक क्षमता के नए रेक का उपयोग भी किया जाएगा। इस संबंध में रेल्वे के रायपुर-बिलासपुर-नागपुर डिविजन द्वारा पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया गया है। एफसीआई के द्वारा 7.50 लाख मीटरिक क्षमता के अतिरिक्त गोदाम के लिए स्थान का परिक्षण करने और किराए पर लिए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। मुख्य सचिव ने खाद्य विभाग के नोडल अधिकारी को नियमित रूप से एफसीआई के अधिकारियों से सम्पर्क बनाए रखने और चावल के परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

केन्द्रीय पुल में 45.65 लाख मीट्रिक टन चावल का परिदान खरीफ विपणन वर्ष 2021-22

खाद्य सुरक्षा और वितरण के महत्वपूर्ण पहलू के तहत, केन्द्रीय पुल में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान 45.65 लाख मीट्रिक टन चावल का परिदान किया जाएगा। यह निर्णय खाद्य और आपूर्ति विभाग द्वारा लिया गया है, जिसका उद्देश्य चावल की उपलब्धता को सुनिश्चित करना और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाना है।

खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए चावल के परिदान की यह योजना, देशभर में चावल की आपूर्ति को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। 45.65 लाख मीट्रिक टन चावल को केन्द्रीय पुल में स्थानांतरित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए वितरण की व्यवस्था की जाएगी।

  1. वितरण व्यवस्था: चावल का परिदान विभिन्न राज्यों के खाद्य विभागों और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चावल समय पर और उचित मात्रा में सभी संबंधित क्षेत्रों में पहुंच सके।
  2. संग्रहण और प्रबंधन: चावल के संग्रहण और प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। सुनिश्चित किया जाएगा कि चावल सुरक्षित तरीके से संग्रहित किया जाए ताकि उसकी गुणवत्ता बनाए रखी जा सके।
  3. निगरानी और निरीक्षण: वितरण प्रक्रिया की निगरानी के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें सुनिश्चित करेंगी कि चावल की गुणवत्ता और मात्रा में कोई कमी न हो और वितरण सही तरीके से किया जाए।

इस परिदान योजना से खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और चावल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। यह कदम सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने के साथ-साथ गरीब और जरूरतमंद लोगों को राहत प्रदान करने में सहायक होगा।

चावल के परिदान के बाद, खाद्य और आपूर्ति विभाग अन्य खाद्य सामग्री के वितरण और प्रबंधन के लिए भी इसी तरह की योजनाओं को लागू करने पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही, वितरण प्रक्रियाओं की नियमित समीक्षा और सुधार की दिशा में कदम उठाए जाएंगे ताकि खाद्य सुरक्षा को और बेहतर बनाया जा सके।

इस प्रकार, केन्द्रीय पुल में 45.65 लाख मीट्रिक टन चावल का परिदान खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो खाद्य सुरक्षा और वितरण प्रणाली की प्रभावशीलता को बढ़ाने में मदद करेगा। 

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