joharcg.com रायपुरः सीजीपीएससी घोटाले में सीबीआई की टीम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई और धमतरी में सीबीआई की टीमें रेड मार रही हैं। बिलासपुर में कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के घर पर भी सीबीआई की टीम पहुंची है। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) घोटाले की जांच के सिलसिले में की गई है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह सीबीआई की 8 सदस्यीय टीम यदुनंदन नगर स्थित राजेंद्र शुक्ला के पुराने आवास पर पहुंची थी। टीम ने नए घर पर छापेमारी की और राजेंद्र शुक्ल सहित तीन लोगों को कमरे में बंद कर दिया गया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित पीएससी घोटाले में राजेंद्र शुक्ल के बेटे स्वर्णिम शुक्ला का नाम सामने आया था। स्वर्णिम शुक्ला वर्तमान में डिप्टी कलेक्टर के पद पर काम कर रहे हैं। वहीं, भिलाई में राज्यपाल के पूर्व सचिव अमृत खलको के बंगले पर सीबीआई छापेमारी कर रही है। खलको के बेटे और बेटी का डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयन हुआ था।
छत्तीसगढ़ में आज सुबह सीबीआई की एक बड़ी छापेमारी ने हड़कंप मचा दिया। राज्य के कई जिलों में एक साथ की गई इस छापेमारी में कांग्रेस नेताओं और राज्यपाल के पूर्व सचिव के बंगले पर भी रेड की गई। इस बड़ी कार्रवाई ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की टीमों ने रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, और रायगढ़ सहित कई अन्य जिलों में तड़के ही छापेमारी शुरू की। इस छापेमारी का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करना और संदिग्ध दस्तावेजों और संपत्तियों की तलाशी लेना था।
रायपुर में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के बंगले पर की गई छापेमारी सबसे ज्यादा चर्चा में रही। सीबीआई अधिकारियों ने यहां कई घंटे तक तलाशी अभियान चलाया और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। इसी दौरान, राज्यपाल के पूर्व सचिव के निवास पर भी रेड की गई, जहां से भी महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत बरामद हुए हैं।
छापेमारी के दौरान सीबीआई ने कई डिजिटल उपकरणों, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है। अधिकारियों का कहना है कि इन सभी उपकरणों और दस्तावेजों की गहन जांच की जाएगी ताकि भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की पुष्टि हो सके।
इस बड़े ऑपरेशन के बाद, कांग्रेस पार्टी ने सीबीआई की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, “यह छापेमारी राजनीति से प्रेरित है और हमारी पार्टी के नेताओं को बदनाम करने की साजिश है। हम इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं और इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाएंगे।”
वहीं, दूसरी ओर, सीबीआई ने इस छापेमारी को कानून के तहत की गई आवश्यक कार्रवाई बताया है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारे पास पुख्ता सबूत थे और उसी के आधार पर यह छापेमारी की गई है। हमारी टीम पूरी निष्पक्षता से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
छत्तीसगढ़ में सीबीआई की इस बड़ी छापेमारी ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है। सभी की नजरें अब इस जांच के आगे के परिणामों पर टिकी हैं।