joharcg.com शहर में अतिक्रमण के खिलाफ निगम की कड़ी कार्रवाई जारी है। शुक्रवार सुबह एक विशेष अभियान के तहत नगर निगम की टीम ने बुलडोजर के साथ विभिन्न क्षेत्रों में अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया। इस अभियान में करीब 100 पुलिस जवानों की मौजूदगी ने इस कार्यवाही को और अधिक प्रभावी बना दिया।
निगम अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई काफी समय से अटकी हुई थी, क्योंकि लगातार बढ़ते अतिक्रमण के कारण शहर के यातायात और सार्वजनिक सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा था। स्थानीय निवासियों से कई शिकायतें मिलने के बाद प्रशासन ने ये बड़ा कदम उठाने का फैसला किया।
बुलडोजर की गर्जना के साथ सुबह-सुबह ही नगर निगम की टीम ने उन इलाकों में कदम रखा जहां अवैध निर्माण धड़ल्ले से चल रहे थे। सड़कों के किनारे बने अवैध दुकानें, ठेले, और घरों के आगे बनाए गए अवैध ढांचे को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों में हलचल मच गई, कुछ लोग प्रशासन की इस कार्रवाई से सहमत दिखे जबकि कुछ लोगों ने इसका विरोध किया।
विरोध के बावजूद, प्रशासन ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। निगम अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ एक शुरुआत है और जल्द ही शहर के अन्य इलाकों में भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण हटाने के लिए निगम ने पहले से ही नोटिस जारी किए थे, लेकिन कई लोग उसे नजरअंदाज कर रहे थे।
एक स्थानीय दुकानदार ने कहा, “यह सही है कि अतिक्रमण हटना चाहिए, लेकिन हमें भी थोड़ी मोहलत मिलनी चाहिए थी ताकि हम अपने सामान को सुरक्षित जगह पर ले जा सकें।” दूसरी ओर, कुछ स्थानीय निवासी निगम की कार्रवाई से खुश दिखे। उनका कहना था कि इससे सड़कों पर भीड़भाड़ कम होगी और यातायात बेहतर होगा।
निगम की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि प्रशासन अब अतिक्रमण के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतने वाला। बुलडोजर की गर्जना और जवानों की मौजूदगी में अवैध निर्माणों का एक-एक हिस्सा ध्वस्त किया गया, और यह संकेत दिया गया कि अतिक्रमणकारियों को अब किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलेगी
अज्ञात अवैध कब्ज़ा हटाने के लिए निगम ने कार्रवाई की। इस मामले में 100 जवानों के साथ एक बड़ी टीम शामिल थी। निगम टीम ने बुलडोजर के साथ जमीन को स्पष्ट करने का काम किया। अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई जा रही थी और इसके लिए वहाँ उपेक्षा नहीं की गई। इस कार्रवाई में एक मजार को भी ध्वस्त किया गया जिससे लोगों में कटुता का भाव उत्पन्न हुआ। यह मजार काफी पुरानी थी और लोग इसे आदरपूर्वक समझते थे।
इस क्षेत्र में नक्सली समस्या के कारण सुरक्षा कायम रखने के लिए सजग रहना महत्वपूर्ण है। इसलिए 100 जवानों की टीम का सहयोग लिया गया था ताकि कोई भी दिक्कत न उत्पन्न हो। इस कार्रवाई के बाद मान्यताओं की पालना और कानून का पालन उचित होना चाहिए। अवैध कब्ज़े के खिलाफ निगम की कार्रवाई को प्रशंसा करने वाले भी हैं जबकि कुछ लोग इसे कठिनाई समझते हैं।
किसी भी स्थान पर कब्ज़े का खिलाफ होना अनिवार्य है क्योंकि यह न केवल सामाजिक समस्या उत्पन्न करता है, बल्कि कई मामलों में कानून भी उल्टा देता है। इसलिए सभी को कब्ज़ों के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि समाज में उत्थान और सुरक्षा के सिद्धांत का पालन हो सके।