joharcg.com भिलाई इस्पात संयंत्र के भीतर में गेट के समीप मंगलवार को गोवंश से टकराकर घायल हुए बीएसपी कर्मी की इलाज के दौरान सेक्टर 9 अस्पताल में मौत हो गई। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कल द्वितीय पाली से घर लौट रहे बीएसपी कर्मी इसी मेंन गेट के समीप सड़क में मौजूद गोवंश से टकरा गए । जिन्हें गंभीर घायल अवस्था में एंबुलेंस की मदद से तत्काल सैक्टर 9 चिकित्सालय ले जाया गया। परंतु उपचार के दौरान बुधवार सुबह 6 के करीब उनकी मौत हो गई।
मृतक बीएसपी कर्मी रामजीत 56 वर्ष कार्मिक संख्या 941574 एस एस शाप में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थे। इस हादसे के बाद घटनास्थल पर आज सुबह सभी यूनियन के अधिकांश प्रतिनिधि उपस्थित हुए और स्थल का जायजा लिया। सभी यूनियन प्रतिनिधियों के द्वारा इस हादसे के कारण को समझना का प्रयास किया जा रहा है । ताकि किसी अन्य बीएसपी कर्मी के साथ इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
इस प्रकार के हादसा को रोकने के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं एवं मैनेजमेंट को अवगत कराया जा सके इस पर भी चर्चा की गई। एक दर्दनाक सड़क हादसे में भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के एक कर्मी की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब बीएसपी कर्मी अपनी ड्यूटी समाप्त कर घर लौट रहे थे। अचानक सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायल कर्मी को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया,
लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। यह हादसा न केवल बीएसपी कर्मियों के लिए, बल्कि उनके परिवार के लिए भी एक बड़ा सदमा है। परिजनों का कहना है कि मृतक कर्मी एक जिम्मेदार और मेहनती व्यक्ति थे, जो हमेशा अपने काम के प्रति समर्पित रहते थे। उनके सहकर्मियों ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। हादसे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तेज रफ्तार वाहन के चालक की तलाश की जा रही है, जो हादसे के बाद मौके से फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि दोषी को जल्द से जल्द पकड़कर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकता को उजागर करता है। इस तरह की घटनाएं न केवल परिवारों को टूटने का कारण बनती हैं, बल्कि समाज में भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती हैं कि आखिर कब तक लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते रहेंगे।