joharcg.com भिलाई इस्पात संयंत्र के भीतर विचरण करने वाले पशुओं को बाहर निकालने की मांग जोर पकड़ रही है। बुधवार को संयुक्त यूनियन के प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे को लेकर महाप्रबंधक से मुलाकात की और संयंत्र के भीतर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए। दरअसल मंगलवार रात को एस एस शॉप के कर्मचारी रामजीत, सेकंड शिफ्ट की ड्यूटी के बाद घर जाते समय एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि मेन गेट के पास वर्क बिल्डिंग 2 के सामने उन्हें एक गाय से बचने के प्रयास में अपनी बाइक का संतुलन खो दिया और होर्डिंग पोल से टकरा गए। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया, जहां से उनकी स्थिति को देखते हुए सेक्टर 9 अस्पताल में भर्ती कराया गया। दुर्भाग्यवश, सुबह 6 बजे उनकी मृत्यु हो गई।
संयुक्त यूनियन की मांग:
इस दुखद घटना के बाद, इंटक, बीएमएस, सीटू, एचएमएस, और एटक सहित संयुक्त यूनियन के पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और तुरंत महाप्रबंधक जे एन ठाकुर एवं विकास चंद्रा से मुलाकात की। उन्होंने संयंत्र के भीतर विचरण कर रहे पशुओं को बाहर निकालने की मांग की ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इसके अलावा, यूनियन ने मेन गेट के पास सर्विस रोड पर लगे होर्डिंग्स को हटाने की भी मांग की, जिसे प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया है।
अनुकंपा नियुक्ति की मांग:
यूनियन पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि दिवंगत रामजीत के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने में किसी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने प्रबंधन से विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया।
इस घटना से संयंत्र में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उठी हैं। बैठक में बीएमएस महासचिव चन्ना केसावलू, वशिष्ठ वर्मा, इंटक महासचिव वंश बहादुर सिंह, एटक महासचिव विनोद कुमार सोनी, शिव शंकर सिंह, प्रदीप पाल, और अन्य प्रमुख यूनियन नेता उपस्थित थे, जिन्होंने इस मामले को प्रमुखता से उठाया। भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) में हाल ही में हुई एक दुर्घटना के बाद, संयुक्त यूनियन ने बीएसपी के महाप्रबंधक के समक्ष एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। इस प्रस्ताव में दुर्घटना के बाद प्लांट के परिसर में फंसे पशुओं को सुरक्षित तरीके से बाहर निकालने की मांग की गई है।
दुर्घटना के बाद, प्लांट के कुछ क्षेत्रों में पशुओं की फंसी होने की खबरें आईं। यह स्थिति न केवल पशुओं की सुरक्षा के लिए चिंताजनक है, बल्कि कर्मचारियों और प्लांट की सामान्य गतिविधियों के लिए भी जोखिम पैदा कर रही है। संयुक्त यूनियन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए महाप्रबंधक से तुरंत कार्रवाई की अपील की है।
प्रस्ताव में सुझाव दिया गया है कि प्लांट के भीतर और उसके आस-पास की सुरक्षित निकासी योजनाओं को लागू किया जाए, ताकि फंसे हुए पशुओं को बिना किसी हानि के बाहर निकाला जा सके। इसके लिए विशेष टीमों को नियुक्त करने और उनके लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करने की भी सिफारिश की गई है।
संयुक्त यूनियन का कहना है कि इस घटना से संबंधित पशुओं की सुरक्षा के साथ-साथ प्लांट की कार्यप्रणाली पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसलिए, यह आवश्यक है कि इस मामले का समाधान शीघ्रता से किया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
महाप्रबंधक ने यूनियन के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया है कि वे प्रस्ताव पर विचार करेंगे और सुरक्षा उपायों को लागू करने की दिशा में जल्द ही निर्णय लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि प्लांट में ऐसे किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रभावी योजनाएं तैयार की जाएंगी। इस प्रस्ताव के बाद, बीएसपी में कर्मचारी और स्थानीय समुदाय उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी चिंताओं का समाधान जल्दी होगा और प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।