Joharg.com हाथ ठेला खींचकर पाई-पाई जोड़ा और 5 एकड़ खेत व ट्रक खरीदा जिसे उसके ही भाई ने फर्जी हस्ताक्षर कर बेच दिया। यह दुखड़ा पाटन तहसील ग्राम कौही निवासी बलदाऊ देवांगन ने सुनाई। उन्होंने इस मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की है।
दुर्ग जिले के पाटन तहसील स्थित ग्राम कौही निवासी बलदाऊ देवांगन पिता चिंताराम देवांगन ने आप बीती सुनाते हुए कहा कि उनके घर की आर्थिक स्थिति खराब हो जाने के कारण 1970 में धमतरी आकर हाथ ठेला चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने लगा। हाथ ठेला खींचने में पत्नि, बेटी, बेटा भी सहयोग करते थे। कड़ी मेहनत से बलदाऊ रोज तीन-चार हजार रूपये कमा लेता था जिससे उन्होंने मेहनत की कमाई को पाई-पाई जोड़कर बैंक में जमा किया। ग्राम कौही में 5 एकड़ जमीन खरीदी। वर्ष 2011 में 3 लाख 5 हजार रूपए का ट्रक खरीदा। वर्ष 2014 में 12 लाख रूपए में दूसरा ट्रक खरीदा। जब ट्रक, जमीन खरीदा तब उनके बच्चे नाबालिक थे। बलदाऊ ने बताया कि उनके पिता और भाई कन्हैया ने मुझे बिना जानकारी दिये फर्जी हस्ताक्षर से ट्रक और जमीन को बेच दिया। भाई ने अपनी बेटी की शादी में उसी पैसे को खर्च किया एवं घर बनवा लिया। उन्होंने कहा कि मै सभी भाई-बहनों में बड़ा हूं इसलिये परिवारिक जमीन, जायदाद का नबंरदार हूं। फिर भी भाई ने मुझे बिना पूछे खेती को फर्जीवाड़ा कर बेच दिया। बलदाऊ देवांगन ने कहा है कि वर्तमान में हटकेशर में रहते हैं। उन्होंने अपने जमीन के बिक्री में हुए फर्जीवाड़ा की जांच की मांग की है।