joharcg.com कबीरधाम जिले के भोरमदेव में प्रकृति प्रेमियों के लिए एक खास आयोजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यहां तीन दिवसीय भोरमदेव तितली सम्मेलन का आगाज होने जा रहा है, जिसका मुख्य आकर्षण विभिन्न रंग-बिरंगी तितलियों का अद्भुत संसार होगा। भोरमदेव तितली सम्मेलन का शुभारंभ 27 सितंबर को पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम से होगा। यह आयोजन न केवल तितलियों की दुर्लभ प्रजातियों को करीब से देखने का मौका देगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने का भी एक प्रभावी माध्यम बनेगा।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा करेंगे शुभारंभ
सम्मेलन के शुभारंभ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनकी उपस्थिति इस आयोजन की महत्ता को और बढ़ाएगी। सम्मेलन में पर्यावरण विशेषज्ञ, तितली वैज्ञानिक और वन्यजीव संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञ भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, जो पर्यावरण के प्रति जनजागरूकता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सम्मेलन के मुख्य आकर्षण
भोरमदेव का क्षेत्र तितलियों के लिए एक समृद्ध और विविधतापूर्ण आवास है। यहां की जलवायु और जैव विविधता तितलियों की कई दुर्लभ प्रजातियों को आकर्षित करती हैं। इस सम्मेलन में विभिन्न वर्कशॉप और शैक्षिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जहां बच्चों और युवाओं को तितलियों के जीवनचक्र, उनकी प्रजातियों और उनके महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी।
वन मंडलाधिकारी, कबीरधाम श्री शशि कुमार ने बताया कि जून 2024 में भोरमदेव अभ्यारण्य अंतर्गत पहली बार बर्ड सर्वे का आयोजन किया गया था। जिसमें पूरे देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिभागी उपस्थित हुए थे, उन सभी के द्वारा आयोजित बर्ड सर्वे की सराहना की गई। जिससे उत्साहित होकर भोरमदेव अभ्यारण्य की टीम द्वारा सितंबर माह में 28 से 29 सितंबर तक तितली सर्वे का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्षा ऋतु के प्रारंभ होने के उपरांत भोरमदेव अभ्यारण्य तितलियों के संसार के रूप में वर्णित हो जाता है और यहां भरपूर मात्रा में तितलियां के लिए आवश्यक नेक्टर एवं होस्ट पौधे उपलब्ध हैं जो उनके जीवन चक्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि अभयारण्य अंतर्गत 120 से अधिक प्रजाति की तितलियां पाई जाती हैं। भोरमदेव अभ्यारण के अंतर्गत दुर्लभ ऑरेंज ऑक्लिप्स पाई जाती है। जिससे आकर्षित होकर कई तितली प्रेमी भोरमदेव अभ्यारण्य इस तितली की फोटोग्राफी के लिए आते रहते हैं।
यह आयोजन केवल तितली प्रेमियों के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी के लिए है जो प्रकृति की खूबसूरती और संरक्षण में रुचि रखते हैं। भोरमदेव का यह तीन दिवसीय तितली सम्मेलन पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक अनूठा अवसर होगा, जहां वे प्रकृति की अनमोल धरोहर का आनंद ले सकेंगे।