joharcg.com मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने एक सार्वजनिक सभा में भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों का स्मरण करते हुए कर्म की प्रधानता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने हमें जीवन में कर्म को सर्वोपरि माना है और इसके महत्व को अपने उपदेशों में स्पष्ट रूप से समझाया है।

श्री बघेल ने कहा कि श्रीमद् भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जो संदेश दिया, वह केवल उस समय के लिए नहीं था, बल्कि आज भी उतना ही प्रासंगिक है। गीता के उपदेशों में कर्मयोग का महत्व बताया गया है, जिसमें व्यक्ति को बिना किसी फल की इच्छा के निरंतर कर्म करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्म ही जीवन की नींव है, और सही कर्म हमें जीवन के हर क्षेत्र में सफल बना सकता है।

मंत्री श्री बघेल ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने सिखाया कि मनुष्य को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और इसके परिणाम की चिंता नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हम श्री कृष्ण के इस उपदेश को अपने जीवन में अपनाते हैं, तो हम न केवल व्यक्तिगत रूप से सफल होंगे, बल्कि समाज के लिए भी एक आदर्श स्थापित करेंगे। कर्म की प्रधानता का यह संदेश हमें निस्वार्थ और निष्कपट होकर अपने कार्यों में लीन रहने के लिए प्रेरित करता है।

श्री बघेल ने इस अवसर पर यह भी कहा कि आज के युवाओं को श्री कृष्ण के कर्मयोग के उपदेशों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब हमारे समाज में नैतिकता और मूल्यों का ह्रास हो रहा है, तब भगवान श्री कृष्ण का यह संदेश और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने जीवन में कर्म के महत्व को समझें और इसे अपने जीवन में उतारें।

सभा में उपस्थित लोगों ने श्री बघेल के इस संदेश का स्वागत किया और भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण का कर्मयोग का संदेश हमें यह सिखाता है कि जीवन में सच्ची सफलता केवल तभी प्राप्त होती है जब हम अपने कार्यों को निष्ठा और समर्पण के साथ करते हैं।

मंत्री श्री बघेल का यह वक्तव्य न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह आज के समय में नैतिकता और कर्तव्यपरायणता को पुनः स्थापित करने का एक प्रयास भी था। उनका यह संदेश समाज के हर वर्ग को कर्म की प्रधानता का महत्व समझाने और उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करेगा। Dayaldas Baghel Archives – JoharCG