बेंगलुरु और गुजरात

joharcg.com महाराष्ट्र में बेंगलुरु और गुजरात के बाद HMPV (ह्यूमन मेटापनेयूमोवायरस) वायरस के मामलों की एंट्री हो गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता का माहौल है। यह वायरस श्वसन तंत्र से जुड़ा हुआ है और खांसी, बुखार, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण उत्पन्न कर सकता है।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है और इसे लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। HMPV वायरस खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।

महाराष्ट्र में इस वायरस के बढ़ते मामलों के बाद, राज्य सरकार ने स्वास्थ्य केंद्रों में टेस्टिंग की प्रक्रिया को तेज कर दिया है और वायरस से बचाव के उपायों को लेकर जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। डॉक्टरों ने भी इस वायरस से बचने के लिए नियमित हाथ धोने, मास्क पहनने और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी है।

वायरस के लक्षणों में अत्यधिक बुखार, खांसी, गले में जलन, और श्वास की समस्या शामिल हैं। अगर किसी को यह लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

स्वास्थ्य विभाग ने इस संक्रमण के फैलने की संभावना को कम करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखने की भी अपील की है।

बेंगलुरु और गुजरात में HMPV वायरस के मामले रिपोर्ट किए जाने के बाद अब महाराष्ट्र में भी इसकी एंट्री हो गई है. नागपुर में दो बच्चों की HMPV टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. शहर के रामदासपेठ स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में दो बच्चों को खांसी और बुखार के चलते इलाज के लिए हॉस्पिटल लाया था.

नागपुर में 3 जनवरी को निजी अस्पताल में 7 साल के बच्चे और 14 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इन दोनों बच्चों को खांसी और बुखार था. अब देश भर में HMPV के कुल सात मामले हो चुके हैं. महाराष्ट्र से पहले HMPV के दो केस बेंगलुरु में, एक अहमदाबाद में और दो चेन्नई में रिपोर्ट किए गए थे.

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