joharcg.com अवैध लकड़ी की तस्करी के खिलाफ प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में तस्करी की लकड़ी जब्त की। यह कार्रवाई स्थानीय अधिकारियों ने की, जब उन्हें अवैध तरीके से लकड़ी की तस्करी की जानकारी मिली।
प्रशासन ने तस्करी कर रहे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया और जंगलों से अवैध रूप से कटाई की गई लकड़ी को जब्त किया। अधिकारियों ने बताया कि यह लकड़ी विभिन्न स्थानों पर बेचने के लिए भेजी जा रही थी, जिससे वन्यजीवों और पर्यावरण को नुकसान हो सकता था।
प्रशासन का कहना है कि अवैध लकड़ी की तस्करी से न केवल वन्यजीवों का अस्तित्व संकट में आता है, बल्कि यह पर्यावरणीय असंतुलन का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा, यह तस्करी स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करती है।
स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्रवाई के बाद चेतावनी दी है कि वे वन संसाधनों के संरक्षण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और इस तरह की तस्करी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस जब्ती से स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की है और इसे अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ एक सकारात्मक संकेत माना है।
बलौदाबाजार। मिश्रित वास्तुशिल्प लकड़ी का अवैध परिवहन करते गाड़ी की जब्ती की गई है। रेंजर साहू ने बताया कि सोनाखान वन परिक्षेत्र के देवताराय अतिक्रमण के ग्राम दर्रा के पास सागौन, साजा और अन्य प्रजाति के लकड़ी का अवैध परिवहन करते मंगलवार को अल सुबह जब्त हुआ है।
लकड़ी को वन परिक्षेत्र कार्यालय कसडोल लाया गया है। बताया जा रहा है कि कसडोल निवासी नरेश पटेल स्वयं अपने निवास में लकड़ी फड़वाने लाहोद जा रहे थे, उसी दरमियान पकड़ा गया।
नरेश को वुड ट्रांसपोर्ट से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा गया, पर वह कोई दस्तावेज नहीं दिखाया। छत्तीसगढ़ वनोपज अभिवाहन अधिनियम और वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।