joharcg.com कोरबा के एक आश्रम में शुक्रवार को फूड प्वाइजनिंग की घटना सामने आई, जिसमें कई छात्राएं प्रभावित हुईं। इस घटना के बाद, छात्राओं को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, छात्राएं सुबह के भोजन के बाद अचानक बीमार महसूस करने लगीं। उन्हें उल्टी, दस्त और पेट में दर्द की शिकायत हुई। इसके बाद आश्रम के कर्मचारियों ने तुरंत प्राथमिक उपचार किया और प्रभावित छात्राओं को अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में भर्ती छात्राओं की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें चिकित्सीय देखरेख में रखा गया है।
स्थानीय प्रशासन ने फूड प्वाइजनिंग की जांच के लिए एक टीम गठित की है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि भोजन में कौन सी वस्तु थी जिससे छात्राएं बीमार हुईं। स्वास्थ्य विभाग ने आश्रम के खाने की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल भी लिए हैं।
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सभी छात्राओं का स्वास्थ्य सामान्य है और उन्हें जल्द ही छुट्टी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि फूड प्वाइजनिंग के मामलों में समय पर उपचार बेहद महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टरों ने भी परिवारों को उचित खान-पान और स्वच्छता का ध्यान रखने की सलाह दी है।
यह घटना आश्रम में रहने वाली छात्राओं के लिए चिंताजनक है और स्वास्थ्य प्रशासन की ओर से उचित कदम उठाए जा रहे हैं। आशा है कि सभी छात्राएं जल्द ही स्वस्थ होकर अपने घर लौटेंगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम कटोरी स्थित नगोई कन्या आश्रम में पढ़ने वाली लगभग 20 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गईं। छात्रावास में खाना खाने के बाद अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई और उल्टी व दस्त की समस्या होने लगी। सभी छात्राओं को तुरंत काठगोधा के उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घटना की सूचना मिलते ही कटघोरा एसडीओपी मौके पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली।