joharcg.com नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि वह अगले दो दिनों के भीतर सीएम आवास खाली कर देंगे। इस निर्णय ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, और हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि केजरीवाल ने यह कदम क्यों उठाया है।
सूत्रों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल ने यह फैसला सरकार के आवास के नियमों के पुनर्निर्धारण के बाद लिया है। उनके इस कदम को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि उन्होंने आवास खाली करने का यह निर्णय क्यों लिया। माना जा रहा है कि यह कदम सरकार की ओर से हो रहे बदलावों का हिस्सा हो सकता है।
केजरीवाल के इस ऐलान के बाद विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं। कुछ ने इसे राजनीतिक नौटंकी करार दिया है, जबकि अन्य इसे सरकार की नीतियों से जोड़ रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि इस फैसले के पीछे कोई बड़ी रणनीति हो सकती है, लेकिन इसके वास्तविक कारण का खुलासा होना बाकी है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह कदम उनकी सादगी और जनता के प्रति उनकी जवाबदेही का प्रतीक है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा, “केजरीवाल हमेशा से जनता के हितों को प्राथमिकता देते आए हैं, और यह फैसला भी इसी दिशा में लिया गया है।”
सीएम आवास खाली करने के बाद अरविंद केजरीवाल कहां रहेंगे, इस पर फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि वे एक साधारण आवास में शिफ्ट हो सकते हैं, जबकि कुछ अन्य रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वे नई सरकारी आवास योजना के तहत किसी और जगह पर रहेंगे।
अरविंद केजरीवाल का सीएम आवास खाली करने का फैसला न सिर्फ राजनीतिक जगत बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कदम के पीछे क्या असली कारण हैं और इसका दिल्ली की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल दो दिन में मुख्यमंत्री आवास खाली कर देंगे. केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. जानकारी के अनुसार, वह दो दिन के भीतर सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को खाली कर देंगे. जानकारी के अनुसार, अरविंद केजरीवाल का नया ठिकाना नई दिल्ली में उनकी विधानसभा में होगा. इसका चुनाव कर लिया गया है. वो जल्द ही वहां शिफ्ट हो सकते हैं.
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने पहले कहा ही था कि वह श्राद्ध पक्ष समाप्त होने और नवरात्र शुरू होने के बाद दिल्ली सीएम का आवास छोड़ देंगे. दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने और दूसरी बार मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद 2015 से केजरीवाल मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर रह रहे हैं. जंतर-मंतर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा था कि एक दशक से अधिक समय तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्होंने अभी तक शहर में अपना घर नहीं खरीदा है.
तब उन्होंने कहा था, “कुछ दिनों में मैं सीएम बंगला छोड़ दूंगा. आज, सीएम बने 10 साल बाद, मेरे पास दिल्ली में एक घर भी नहीं है. कई लोग मुझसे कहते हैं कि आप किस तरह के आदमी हैं, आप 10 साल तक सीएम रहे, आप 10 साल में 10 बंगले बना सकते थे.
मैंने 10 साल में कुछ नहीं कमाया, सिर्फ आपका प्यार और आशीर्वाद कमाया है. इसी प्यार का नतीजा है कि आज जब मैं सरकारी आवास छोड़ रहा हूं, तो दिल्ली में बहुत से लोग मुझे बिना किराए के अपना घर दे रहे हैं. पितृ पक्ष खत्म होने के बाद और नवरात्र शुरू होते ही मैं सीएम आवास छोड़कर आपके किसी भी घर में आ जाऊंगा और आपके साथ रहना शुरू कर दूंगा.”