सशस्त्र सेना

Joharcg.com मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस 7 दिसम्बर के अवसर पर सैनिकों के त्याग, समर्पण और बलिदान को नमन किया है। श्री बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमारे देश के महान सेनानियों और उनके परिवारजनों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को महसूस करने और उसमें अपना योगदान जोड़ने की पावन भावना का प्रतीक है।मुख्यमंत्री ने कहा है कि झंडा दिवस के अवसर पर प्रतीक स्वरूप जारी किए गए झंडे के माध्यम से हम सम्मानपूर्वक दान की परंपरा से जुड़ते हैं, क्योंकि इससे एकत्र होने वाली धनराशि हमारे जांबाज सैनिकों, पूर्व सैनिकों तथा शहीद परिवारों के कल्याण में अपना योगदान जोड़ती है।

इसके माध्यम से हम शौर्य और त्याग की पावन भावना से भी जुड़ते हैं, जो हमारे पराक्रमी साथियों और उनके परिवारजनों को यह दृढ़ विश्वास प्रदान करती है कि हर परिस्थिति में हम सब देशवासी उनके साथ हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि ’सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’ में उदारतापूर्वक दान देकर, सैनिक परिवारों के प्रति आदर और अपनी एकजुटता प्रदर्शित करें।

सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश के वीर जवानों के त्याग, समर्पण और बलिदान को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने सैनिकों की अनुकरणीय सेवा और उनके द्वारा दिए गए बलिदान की सराहना की, जो देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, “सशस्त्र सेना झण्डा दिवस हमें हमारे उन बहादुर सैनिकों के त्याग और बलिदान की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका समर्पण और सेवा का भाव हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।”

उन्होंने आगे कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगे सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य सिर्फ झंडा फहराना नहीं, बल्कि उन सभी सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करना है, जो हमारे सुरक्षित और स्वतंत्र जीवन की नींव हैं।

मुख्यमंत्री ने सैनिकों के परिवारों के प्रति भी सम्मान प्रकट किया, जिन्होंने अपने प्रियजनों को देश की सेवा के लिए समर्पित किया है। उन्होंने कहा, “सैनिकों के परिवारों का त्याग भी किसी से कम नहीं है। वे भी हमारे देश की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उनके बलिदान और धैर्य को हम सभी सलाम करते हैं।”

सशस्त्र सेना झण्डा दिवस, जो हर साल 7 दिसंबर को मनाया जाता है, देश की सेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों के सम्मान में समर्पित है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य न केवल सैनिकों के बलिदान को याद करना है, बल्कि उनके परिवारों की सहायता के लिए धन एकत्रित करना भी है। इस दिन से एकत्रित की गई राशि का उपयोग उन सैनिकों के कल्याण और पुनर्वास के लिए किया जाता है, जो युद्ध में घायल हो गए हैं या अपने प्राण गंवा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर अधिक से अधिक योगदान दें, ताकि हमारे सैनिकों और उनके परिवारों को उचित सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनके कल्याण के लिए अपना योगदान दें और उनके त्याग और बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें।

सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर मुख्यमंत्री के इस भावपूर्ण संदेश से यह स्पष्ट है कि सरकार और जनता अपने सैनिकों के प्रति कृतज्ञ हैं। इस दिन को मनाकर हम सभी सैनिकों के त्याग, समर्पण और बलिदान को नमन करते हैं और उनके प्रति अपना सम्मान प्रकट करते हैं।

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