Muralidhar Mohol

joharcg.com रायपुर। भारत सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) – उड़ान योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के अंबिकापुर, बिलासपुर और जगदलपुर हवाई अड्डों को विकास और संचालन के लिए चिन्हित किया गया है। यह जानकारी राज्य सभा में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री, मुरलीधर मोहोल ने छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद श्रीमती फूलो देवी नेताम के अतारांकित प्रश्न के उत्तर में दी।

उड़ान योजना के तहत इन हवाई अड्डों के विकास के लिए कुल 215.13 करोड़ रूपए आवंटित किए गए हैं। इसमें से 30 जून, 2024 तक 191.64 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं। अंबिकापुर के लिए 90 करोड़, बिलासपुर के लिए 55 करोड़ और जगदलपुर के लिए 70.13 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। उड़ान योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छोटे और मध्यम आकार के शहरों को बेहतर हवाई संपर्क प्रदान करना है।

इस योजना के अंतर्गत, छत्तीसगढ़ के इन तीन प्रमुख हवाई अड्डों का चयन, राज्य में हवाई यातायात और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के तहत प्रमुख पर्यटक आकर्षणों पर हेलीकॉप्टर टैक्सियों को बढ़ावा देने के संबंध में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।

नागर विमानन मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रम क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) ने अपनी सफलता  के 5 वर्ष पूरे कर लिये हैं। 27 अप्रैल, 2017 को प्रधानमंत्री ने इसकी पहली उड़ान शुरू की थी। योजना की शुरुआत टियर II और टियर III शहरों में उन्नत विमानन संरचना और एयर कनेक्टिविटी के साथ “उड़े देश का आम नागरिक” की परिकल्पना के बाद आम नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर, 2016 को हुई थी।

पिछले पांच वर्षों में  उड़ान ने देश में क्षेत्रीय हवाई-संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि की है। 2014 में चालू हवाई अड्डों की संख्या 74 थी। उड़ान योजना के कारण यह संख्या अब तक बढ़कर 141 हो गई है।

उड़ान योजना के अंतर्गत 58 हवाई अड्डे, 8 हेलीपोर्ट और 2 वाटर एरोड्रोम सहित 68 अपर्याप्त सुविधाओं वाले गंतव्यों को जोड़ा गया है। योजना के तहत शुरू किए गए 425 नए मार्गों के साथ उड़ान ने देश भर में 29 से अधिक राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को हवाई संपर्क प्रदान किया है। 4 अगस्त 2022 तक एक करोड़ से अधिक यात्रियों ने इस योजना का लाभ उठाया है। इस योजना ने क्षेत्रीय कैरियरों को अपना परिचालन बढ़ाने के लिए बेहद आवश्यक मंच प्रदान किया है।