joharcg.com छत्तीसगढ़ में नशे के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नशे के कारोबार को रोकने के लिए एक ठोस कदम उठाने का आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री करने वाले मेडिकल स्टोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, और ऐसे मामलों में मेडिकल स्टोर के लाइसेंस को निरस्त कर दिया जाए।
राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार, मेडिकल स्टोरों पर कार्रवाई को तेज किया जाएगा और यदि किसी दुकान से प्रतिबंधित दवाइयां बेचने की सूचना मिलती है, तो उस पर तुरंत जांच की जाएगी। इसके अलावा, दोषी पाए जाने पर दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा और उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय न केवल राज्य में नशे के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है, बल्कि युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए मेडिकल स्टोर संचालकों को चेतावनी दी है कि वे नशे की दवाओं की बिक्री से दूर रहें। ऐसे स्टोरों पर कार्रवाई की जाएगी जो बिना वैध प्रिस्क्रिप्शन के नशे की दवाइयां बेचते हैं या गलत तरीके से मेडिकल किट्स में प्रतिबंधित पदार्थ शामिल करते हैं।
इस कदम के साथ-साथ, छत्तीसगढ़ पुलिस भी इस अभियान में भाग लेगी और नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई को बढ़ावा देगी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे मेडिकल स्टोरों के अलावा अन्य स्थानों पर भी छापेमारी करेंगे, जहां नशे की दवाइयों की अवैध बिक्री हो रही है।
सरकार का मानना है कि यह कदम न केवल नशे की प्रवृत्ति को रोकने में मदद करेगा, बल्कि युवाओं को एक स्वस्थ और सकारात्मक दिशा में मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा। इस प्रकार की कार्रवाई से नशे के कारोबार में शामिल लोग डरेंगे और वे अपने अवैध कार्यों से पीछे हट सकते हैं।
राज्य सरकार ने इसे एक दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा बताते हुए कहा है कि जब तक नशे के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त नहीं किया जाता, तब तक ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।
रायपुर। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक ली। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने नशे की दवा एवं सामग्री बेचने वालों पर रोक लगाने के साथ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन दुकानों पर प्रतिबंधित दवाइयां बेची जा रही हैं, ऐसे दुकानों का लाइसेंस निरस्त किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस मिलकर नशे के सामानों की बिक्री करने वालों पर कड़ी निगरानी करें और नियमित रूप से जांच करें। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि नशाखोरी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाए। लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएं, ताकि लोग इस बुरी लत से दूर रहे। इस अवसर पर एसएसपी संतोष सिंह, नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।