joharcg.com राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम में देश के विभिन्न राज्यों से आए शिक्षाविदों और अधिकारियों ने अपने-अपने राज्यों में रोजगारमूलक व्यावसायिक शिक्षा और कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षण के अनुभव साझा किए। उन्होंने कोरोना काल में स्कूली बच्चों को पढ़ाने के लिए अपनाए जा रहे नवाचारों की भी जानकारी दी। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और एससीईआरटी के संचालक श्री राजेश सिंह राणा भी इस दौरान मौजूद थे। राष्ट्रीय शिक्षा समागम के पहले दिन के द्वितीय सत्र में आज ‘21वीं सदी के लिए व्यावसायिक शिक्षा एवं उद्यमिता’ विषय पर चर्चा की गई। इस सत्र की अध्यक्षता उद्यम डॉट ओआरजी (udyam.org) के संस्थापक श्री मेकिन माहेश्वरी ने की। सत्र के दौरान राजस्थान एससीईआरटी की उप संचालक डॉ. आशा गुप्ता, दिल्ली एससीईआरटी की वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. सपना यादव और छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के उप संचालक श्री जुगल किशोर अग्रवाल ने अपने-अपने राज्यों में शिक्षा को रोजगार से जोड़ने और इसके लिए बच्चों को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। एनसीईआरटी की प्रो. शरद सिन्हा ने व्यावसायिक शिक्षा में वैश्विक और भारतीय परिदृश्य के बारे में बताया।
आज के तीसरे सत्र में ‘फ्यूचर ऑफ ऑनलाइन लर्निंग’ विषय पर चर्चा की गई। इस सत्र की अध्यक्षता केपीएमजी के नेशनल लीडर श्री नारायणन रामास्वामी ने की। आंध्रप्रदेश एससीईआरटी के श्री सोमशेखर, राजस्थान में शिक्षा विभाग के उप संचालक श्री दीपक मोन्ड और छत्तीसगढ़ ओपन स्कूल की श्रीमती अनिता आचार्य ने अपने-अपने प्रदेशों में डिजिटल और ऑनलाइन शिक्षा के विभिन्न आयामों के बारे में बताया। एनसीईआरटी के संयुक्त निदेशक प्रो. अमरेन्द्र बेहरा ने भारत सरकार के दीक्षा (DIKSHA – Digital Infrastructure for Knowledge Sharing) पोर्टल के बारे में जानकारी दी।