joharcg.com आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता और शिक्षा मंत्री आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। यह घटना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का प्रमुख विषय बन गई है और आतिशी की इस नई भूमिका से दिल्ली के भविष्य की दिशा पर कई सवाल उठ रहे हैं।
आतिशी ने आम आदमी पार्टी के गठन से लेकर शिक्षा और विकास के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और शिक्षा नीति में उनके योगदान ने उन्हें राजनीति में एक अलग पहचान दिलाई है। आतिशी को एक मजबूत और दूरदर्शी नेता के रूप में जाना जाता है, जो जमीनी स्तर पर काम करने में विश्वास रखती हैं।
शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों में से एक में आयोजित किया जाएगा, जहां राज्यपाल की उपस्थिति में आतिशी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। यह समारोह एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक आयोजन होगा, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, समर्थक और जनता शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी के पास कई चुनौतियाँ और प्राथमिकताएँ होंगी। उनका मुख्य फोकस शिक्षा सुधार, महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, और दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बनाना होगा। उन्होंने हमेशा से महिला सशक्तिकरण और समग्र विकास पर जोर दिया है, जो उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में भी जारी रहने की उम्मीद है।
आतिशी की मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति न केवल दिल्ली की राजनीति में बदलाव लाएगी बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी शनिवार को दिल्ली की आप की दूसरी और कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा की सुषमा स्वराज के बाद तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी । उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली के सीएम-पद के लिए 21 सितंबर की तारीख प्रस्तावित की है। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर (मंगलवार) को आधिकारिक रूप से अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद पार्टी ने आतिशी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया और उन्होंने एलजी के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया।
आतिशी पार्टी के शेष कार्यकाल के लिए सरकार का नेतृत्व करेंगी। एलजी सचिवालय के एक सूत्र के अनुसार, वी.के. सक्सेना ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे एक आधिकारिक नोट में 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी के शपथ ग्रहण की तिथि प्रस्तावित की है। सूत्र ने उल्लेख किया कि निवर्तमान सीएम केजरीवाल का इस्तीफा पत्र भी राष्ट्रपति मुर्मू को भेजा गया है। यह ताजा घटनाक्रम आतिशी द्वारा एलजी सक्सेना के साथ बैठक के दौरान नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के ठीक एक दिन बाद हुआ है।
खबरों के मुताबिक कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से आप विधायक आतिशी सीएम का पदभार संभालने के बाद, 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगी। आप सरकार ने 26-27 सितंबर को विधानसभा का सत्र बुलाया है। विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 23 फरवरी को समाप्त होगा। चुनाव भी फरवरी के प्रारंभ में होने की संभावना है। दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार अरविंद केजरीवाल को 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी। हालांकि, आप संयोजक को एलजी वी.के. सक्सेना की सहमति के बिना अपने कार्यालय या दिल्ली सचिवालय जाने या फाइलों पर हस्ताक्षर करने से रोक दिया गया था।

