धान खरीद

joharcg.com देशभर में रबी सीजन की धान खरीद को लेकर सरकार की पहल तेजी से आगे बढ़ रही है। पिछले तीन दिनों में राज्य सरकार ने किसानों से 3 लाख टन धान की खरीदारी की है। इसके साथ ही किसानों को अब तक कुल 502.53 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। यह कदम किसानों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने में मदद कर रहा है और उनके लिए एक मजबूत आर्थिक सहारा बनकर उभरा है।

किसान हमेशा से सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर अपनी फसल का उचित मूल्य पाने की उम्मीद रखते हैं। इस बार सरकार ने धान की खरीदारी में तेजी दिखाते हुए हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में बड़े पैमाने पर खरीदारी की प्रक्रिया शुरू की।

सरकार की योजना और भुगतान प्रक्रिया

प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक पारदर्शी और सुचारु खरीद प्रणाली स्थापित की है। सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण और धान की शुद्धता की जांच के बाद किसानों से खरीदारी शुरू की। खरीदी के बाद सरकार ने सीधे किसानों के बैंक खातों में भुगतान किया है, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हुई है और किसानों को समय पर भुगतान मिल रहा है।

अब तक, तीन दिन के भीतर सरकार ने किसानों को 502.53 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जो एक सकारात्मक संकेत है। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रक्रिया के तहत अगले कुछ सप्ताहों में और भी बड़ी संख्या में किसानों को उनके भुगतान मिलेंगे।

आर्थिक राहत और भविष्य की दिशा

किसानों को समय पर भुगतान मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। यह न केवल उनकी वर्तमान जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है, बल्कि उन्हें आगामी फसलों के लिए भी वित्तीय संबल प्रदान करता है। साथ ही, यह सुनिश्चित करता है कि किसान अपनी फसल का सही मूल्य प्राप्त कर सकें।

सरकार की इस पहल को किसान समुदाय में सराहा जा रहा है, और अब उम्मीद की जा रही है कि धान की खरीदी का यह सिलसिला और तेज़ी से चलेगा, जिससे किसानों की खुशहाली सुनिश्चित हो सके।

रायपुर, 20 नवम्बर 2024। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी का महाअभियान शुरू हो चुका है। 14 नवम्बर से अब तक मात्र तीन दिन की खरीदी में राज्य में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का आकड़ा 3 लाख टन के पार पहुंच गया है। मंत्री श्री बघेल ने कहा कि धान खरीदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रदेश के पंजीकृत किसानों से 2739 उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीद रही है। चालू विपणन वर्ष में 160 लाख टन धान उपार्जन का अनुमान है।

देव-दीवाली 14 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी महापर्व के 6वें दिन तक 3.09 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य के 68,668 किसान अब तक धान बेच चुके हैं। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत् 502.53 करोड़ रूपये का भूगतान किया गया है। धान खरीदी का यह महाअभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा।

खाद्य मंत्री श्री बघेल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज 20,296 किसानों से 93 हजार 581 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। राज्य में धान बेचने के लिए इस साल 27.68 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमंें 1.42 लाख नए किसान शामिल है। उन्होंने बताया कि 19 नवम्बर के लिए कुल 23791 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 19934 टोकन जारी किए गए है।

मंत्री श्री बघेल ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए उपार्जन केन्द्रों के माइक्रो एटीएम से दो हजार रूपए से लेकर दस हजार रूपए तक की राशि निकालने की सुविधा दी है, इससे किसानों को धान बेचने परिवहन के लिए किराए पर लिए गए ट्रैक्टर, मेटाडोर आदि का भाड़ा और हमाली-मजदूरी का भुगतान करने में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री के इस फैसले से किसान बेहद प्रसन्न है।

मंत्री दयाल दास बघेल ने बताया कि दूसरे राज्यों से धान के अवैध आवक/परिवहन की रोकथाम के लिए बॉर्डर इलाकों में विशेष निगरानी रखने के लिए चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं। धान खरीदी व्यवस्था पर निगरानी के लिए अलग अलग जिलों के लिए राज्य स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो लगातार इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं।
Vijay Baghel Archives – JoharCG