Shiv Temple Baloda Bazar
joharcg.com Shiv Temple Baloda Bazar यह स्मारक डमरू गांव में 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बलौदा-बाजार कस्बे की पूर्वोत्तर दिशा। गाँव के बाहरी इलाके में, एक खंडहर बना मंच पर एक खंडहर बना शिव मंदिर स्थित है। यह पूर्व दिशा का सामना करता है और जीर्ण अवस्था में है। यह अमलक से रहित है और वर्तमान में, इसका गर्भगृह खाली है। एक सिरहीन नंदी मंदिर के पीछे बैठा है और मंदिर के सामने योनिपीठ पड़ा हुआ है।
इस मंदिर के अलावा यहां खंडहर मंदिरों के दो छोटे-छोटे टीले दिखाई देते हैं। शिव-मंदिर के परिसर में नवनिर्मित महा माया मंदिर में अनुपस्थित मूर्तियां त्रिविक्रम, विष्णु, सूर्य, शिव, ब्रह्मा, यम, चामुंडा, पार्वती, अंबिका, चौधरिणी और कुछ कामुक मूर्तियां तय की गई हैं। यह मंदिर कलचुरी काल का है, जो लगभग 12 प्रतिशत है। ए डी।, और समकालीन मंदिर वास्तुकला और आइकनोग्राफी का एक अच्छा नमूना है। यहां पाई गई प्राचीन मूर्तियां पुरातात्विक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं।
शिव मंदिर बलौदा बाजार, छत्तीसगढ़, एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो स्थानीय भक्तों के बीच विशेष स्थान रखता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहाँ पर श्रद्धालु नियमित रूप से पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
मंदिर का विवरण
स्थान और पता
शिव मंदिर बलौदा बाजार, छत्तीसगढ़ में स्थित है। इसके विभिन्न स्थानों में से एक है:
- शिव मंदिर, पुलिस लाइन: यह मंदिर उच्च रेटिंग (5) के साथ स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय है। पता: M45W+R2W, बलौदा बाजार, छत्तीसगढ़ 493332, भारत[2].
सुविधाएँ और समय
यह मंदिर 24 घंटे खुला रहता है, जिससे भक्त किसी भी समय यहाँ आकर पूजा कर सकते हैं[3].
धार्मिक महत्व
शिव मंदिर बलौदा बाजार में विशेष रूप से महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों पर बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। इस दिन, भक्त भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं और मंदिर परिसर में भव्य आयोजन होता है। यह स्थान न केवल पूजा का केंद्र है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का भी प्रतीक है।
स्थानीय आकर्षण
बलौदा बाजार क्षेत्र में अन्य शिव मंदिरों की भी भरपूर संख्या है, जो भक्तों को विविध अनुभव प्रदान करते हैं। यहाँ का वातावरण शांति और आध्यात्मिकता से भरा हुआ है, जो हर श्रद्धालु को आकर्षित करता है।
निष्कर्ष
शिव मंदिर बलौदा बाजार, छत्तीसगढ़, एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहाँ भक्तों की आस्था और श्रद्धा का संगम होता है। यहाँ की धार्मिक गतिविधियाँ और त्योहारों का आयोजन इस स्थान को और भी खास बनाता है।