गणेश मंदिर, बालोद – प्रकृति की गोद (भूगर्भ) से निकले लगभग 6 फीट की विशाल मूर्ति, जिस पर आस्था रखने वाले आस्थावान इसे “मनोकामना मूर्ति” भी कहते हैं। यहाँ आने वाले आस्थावान लोगो का कहना है कि सच्चे दिल से की गई मनोकामना यहाँ पूरी होती है। प्रतिदिन दर्शन करने वाले वृद्धजन ने बताया कि यह मूर्ति बरसों पुरानी है, लगभग 70 वर्ष से वे दर्शन करने आ रहे है पहले मूर्ति प्रतिवर्ष जमींन से थोड़ा थोड़ा ऊपर उठती थी जिससे आसपास के जमींन में दरारें साफ़ नज़र आती थी, अब कुछ समय से मूर्ति का बढ़ना बंद हो गया है। शहर के बीचोबीच वार्ड क्रमांक आठ गणेश वार्ड में स्थित यह अद्भुत और अनोखा मंदिर जिसके बारे में बहुत ही रोचक जानकारियां मिलेगी,

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