शारदा सिन्हा पंचतत्व में विलीन, बेटे ने दी मुखाग्नि
joharcg.com पटना, 21 नवम्बर 2024 – मशहूर लोकगायिका शारदा सिन्हा का गुरुवार को पटना के गुलबी घाट पर पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। वह 72 वर्ष की थीं और उन्होंने बिहार को लोक संगीत की दुनिया में विशेष पहचान दिलाई थी।
अंतिम यात्रा में परिवार और राजनीति जगत के लोग शामिल
सुबह करीब पौने नौ बजे शारदा सिन्हा के राजेंद्र नगर स्थित आवास से उनकी अंतिम यात्रा निकली। बेटे अंशुमन ने मां की अर्थी को कंधा दिया, साथ ही बीजेपी के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव और विधायक संजीव चौरसिया भी इस यात्रा में शामिल हुए।
शारदा सिन्हा का जीवन और कार्य
शारदा सिन्हा का निधन संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने भारतीय लोक संगीत और बिहार के पारंपरिक गीतों को एक नई पहचान दी। उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का निधन करीब डेढ़ महीने पहले हुआ था और उनका भी अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर हुआ था।
राजकीय सम्मान के साथ दी श्रद्धांजलि
6 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को पटना लाए जाने के बाद कंकड़बाग स्थित उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की थी।