नारायणपुर जिले के 196 गाँव हुए अक्षय ऊर्जा से रोशन
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने भारत के नवनिर्माण का जो सपना संजोया गया था, वह आज प्रदेश के अंदरूनी पहुंचविहीन दूर-दराज के गांवों में देखने को मिल रहा है। खासकर अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ देष में अपनी खास पहचान बनाने लगा है। अक्षय ऊर्जा का प्रभाव विषय भौगोलिक परिस्थिति वाले जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के दूर-दराज गांवों के घरों में देखने को मिल रहा है। इसकी बदौलत आज उनके घरों को रोशन किया जा रहा है। जनजाति क्षेत्र नारायणपुर जिले के आदिवासियों के घर सौर ऊर्जा से चमक रहे हैं। इन आदिवासी बस्तियों में नये दौर का अहसास हो रहा है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि हमने स्वप्न में भी नहीं सोचा था कि पहाड़ों और दूर-दराज के ईलाकों में बसे उनके घर-मोहल्ले और गांव रोशनी की छटा बिखरेगी। आज घरों में सौर ऊर्जा से बिजली की जगमग ग्रामीणों के लिए सुकून का ऐसा माहौल रच रही है कि हर कोई खुश है। इसके लिए वे प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल को साधुवाद दे रहे हैं। क्योंकि उन्होंने इन अंदरूनी क्षेत्र में रहकर अंधेरे में जीवन यापन करने वाले आदिवासियों के घरों में उजियारा किया है।
भविष्य संवार रही है सौर ऊर्जा:-
दूर दराज गांव के आदिवासी परिवारों के लोगों व बच्चों के घरों में पहले बिजली नहीं थी, तब उन्हें रात को पढ़ाई-लिखाई करने में बहुत परेषानी होती थी। इसके साथ ही रात के समय बाहर निकलने से सांप, बिच्छु एवं जीव-जन्तुओं के काटने का डर भी हमेषा बना रहता था, यह डर बरसात के दिनों में और भी बढ़ जाता है। परन्तु सौर ऊर्जा की रोशनी ने इस अंधेरे को दूर कर दिया है। अब उन्हें रात को पढ़ने में भी सुविधा हो रही है। जिससे आदिवासी बच्चों का भविष्य संवर रहा है। सौर ऊर्जा के उजाला से अब जीव जन्तुओं का डर नहीं रहा। सौर ऊर्जा के कारण अंधेरे से मुक्ति मिली है, और ढेरों समस्याओं से भी छुटकारा मिल गया है।
नारायणपुर जिले के दुर्गम और पहुँचविहीन अबुझमाड़ के ग्रामों अंतर्गत बसाहटों व मजराटोलों में सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचाने के लिए कार्ययोजना बनाई गयी है। जिसके अंतर्गत वर्तमान में सौभाग्य योजना फेस 2 अंतर्गत ऐसे आंशिक विद्युतीकृत ग्रामों में जहां पर पहुंच विहीन मजराटोला/बसाहट या हितग्राही परिवार निवासरत हैं, जिनका विद्युतीकरण कार्य अब तक नहीं हुआ है। उन हितग्राही परिवारों को सोलर होम लाईट संयंत्र निःषुल्क प्रदान कर घरों में उजाला किया जा रहा है। सौभाग्य योजना अंतर्गत हितग्राहियों को 200 वा़ॅट क्षमता का सोलर होम लाईट संयंत्र निःशुल्क प्रदाय किया जा रहा है। जिसमें 8 वा़ॅट क्षमता के 05 नग एलईडी लाईट, 15 वा़ॅट क्षमता का 1 नग पंखा, 1 टी.व्ही.सॉकेट प्वांइट का भी प्रावधान है। वर्तमान में सौभाग्य योजना फेस 2 अंतर्गत ऐसे 58 आंशिक विद्यतीकृत ग्रामों के 860 हितग्राही परिवारों को सौभाग्य योजना अंतर्गत लाभान्वित करने हेतु स्वीकृति प्राप्त हुई है। सौभाग्य योजना फेस 2 अंतर्गत स्वीकृति के विरुद्ध अब तक 35 ग्रामों के 636 हितग्राहियों के घरों में होम लाईट संयंत्र के माध्यम से विद्युतीकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका हैं। ग्राम ज्योति योजना, मुख्यमंत्री मजरा टोला योजना, सौभाग्य योजना अंतर्गत अब तक नारायणपुर जिले के 196 ग्रामों के 5984 हितग्राहियों के घरों में सौर ऊर्जा के माध्यम से क्रेडा विभाग द्वारा विद्युतीकरण कार्य सम्पन्न कराया जा चुका है।