Mawali Mata Mandir
Mawali Mata Mandir सिंगारपुर छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में भाटापारा के तहसील में एक गांव है। सिंगारपुर अपने तहसील मुख्य शहर भाटापारा से 11.8 किमी दूर, जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से 34.8 किमी दूर है और इसकी राजधानी रायपुर से 75 किमी से दूर है। सिंगारपुर में देवी माउली माता का एक प्रसिद्ध मंदिर है। माना जाता है की शिव,ब्रह्मा और विष्णु की इच्छा से माउली माता यहाँ प्रकट हुई | माता माउली की प्रतिमा की स्थापना अत्यंत प्राचीन समय में की गई थी |
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
रायपुर हवाई अड्डा सबसे निकटम हवाई अड्डा है ।
ट्रेन द्वारा
भाटापारा एवं बिलासपुर निकटतम रेल्वे स्टेशन हैं ।
सड़क के द्वारा
भाटापारा एवं निपनिया होते हुये मावली माता मंदिर तक पहुंचा जा सकता है ।
Photo Gallery
मावली माता मंदिर छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर देवी मावली माता को समर्पित है, जिन्हें शक्ति और भक्ति की देवी के रूप में पूजा जाता है। मावली माता मंदिर अपनी धार्मिक महत्ता और स्थानीय संस्कृति में योगदान के लिए जाना जाता है और यहाँ बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
देवी मावली माता का महत्व
मावली माता देवी की पूजा स्थानीय आदिवासी समुदायों और अन्य भक्तों के बीच अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ की जाती है। देवी मावली माता को शक्ति, समृद्धि, और कल्याण की देवी माना जाता है, और भक्त मानते हैं कि उनकी कृपा से सभी समस्याएँ दूर हो जाती हैं और जीवन में खुशहाली आती है। देवी के प्रति अडिग श्रद्धा और विश्वास के कारण यहाँ नियमित रूप से पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान होते हैं।
मंदिर की वास्तुकला
मावली माता मंदिर की वास्तुकला पारंपरिक भारतीय शैली में निर्मित है। मंदिर का गर्भगृह देवी मावली माता की मुख्य प्रतिमा से सज्जित है। मंदिर की दीवारों और छतों पर सुंदर नक्काशी और धार्मिक चित्रण देखने को मिलते हैं, जो इसके धार्मिक महत्व को बढ़ाते हैं। मंदिर की संरचना में स्थानीय शिल्पकला का अद्वितीय नमूना देखने को मिलता है, जो इसे एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल बनाता है।
धार्मिक गतिविधियाँ
मावली माता मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना की जाती है और विशेष अवसरों पर बड़े पैमाने पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। नवरात्रि, दुर्गा पूजा और अन्य प्रमुख त्योहारों के दौरान यहाँ विशेष पूजा और उत्सव होते हैं। भक्त इन अवसरों पर बड़ी संख्या में यहाँ आते हैं और देवी मावली माता की पूजा करके अपनी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं।
यात्रा और पहुँच
मावली माता मंदिर बस्तर जिले के मुख्य शहर जगदलपुर से लगभग 30-40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक पहुँचने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध हैं और जगदलपुर से नियमित बस सेवाएँ और निजी वाहन इस स्थल तक पहुँचने के लिए उपयुक्त हैं। मंदिर परिसर में पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे यात्रा को आरामदायक बनाया जा सकता है।
निष्कर्ष
मावली माता मंदिर बस्तर जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो देवी मावली माता की पूजा और भक्ति के लिए प्रसिद्ध है। इसकी ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर, सुंदर वास्तुकला, और शांतिपूर्ण वातावरण इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाते हैं। यह मंदिर भक्तों को आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव प्रदान करता है और छत्तीसगढ़ की धार्मिक परंपराओं को जीवित रखता है।