रायपुर – कलेक्टर रायपुर ने जिले के सभी क्वारेंटीन शिविरों में आवश्यक सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराया कराने के साथ सभी संबंधित अधिकारियों को प्रतिदिन सतत् रूप से मानिटरिंग करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव द्वारा कोरोना वायरस के बढते संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए छत्तीसगढ के प्रवासी श्रमिकों व व्यक्तियों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखने के लिए वहां सुदृढ व्यवस्था करने पर जोर दिया गया हेै। उल्लेखनीय है कि कोरोना नियत्रंण के परिप्रेक्ष्य में हमारा देश एवं राज्य एक संवेदनशील स्थिति से गुजर रहा है, जिसमें विभिन्न प्रदेशों से राज्य में वापस आये श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को क्वारेंटीन शिविरों में रखा गया है, ताकि जनसमुदाय में कोरोना संक्रमण न फैले। मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं भी प्रतिदिन इसकी सतत् मानिटरिंग की जा रही है। इस समय अत्यन्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
कलेक्टर ने इसी तरह क्वारेंटाइन सेंटरों में सामुदायिक संक्रमण रोकने के लिए भी सभी जरूरी उपाय करने को कहा है। इसी तरह सभी क्वारेंटाइन सेंटरों में कोरोना टेस्ट हेतु सैंपल निर्धारित प्रोटोकाल अनुसार आगामी 3 दिवस में लेने हेतु कार्यवाही करने को कहा है। उन्होंने क्वारेंटीन सेंटरों पर सुरक्षात्मक उपाय किये जाये ताकि वहां पर किसी प्रकार की जनहानि न हो और असुरक्षा की भावना निर्मित न हो। क्वारेंटीन सेंटरों में प्रभारी अधिकारी रोटेशन से बनाये जाये ताकि केवल कुछ व्यक्तियों की ही ड्यूटी उसमें न लगी हो ,जिला स्तर पर उपलब्ध राजपत्रित अधिकारियों में से प्रभारी अधिकारी की ड्यूटी लगाये।
उल्लेखनीय है कि कोरोना नियत्रंण के परिप्रेक्ष्य में हमारा देश एवं राज्य एक संवेदनशील स्थिति से गुजर रहा है, जिसमें विभिन्न प्रदेशों से राज्य में वापस आये श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को क्वारेंटीन शिविरों में रखा गया है, ताकि जनसमुदाय में कोरोना संक्रमण न फैले। मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं भी प्रतिदिन इसकी सतत् मानिटरिंग की जा रही है। इस समय अत्यन्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
कलेक्टर ने इसी तरह क्वारेंटाइन सेंटरों में सामुदायिक संक्रमण रोकने के लिए भी सभी जरूरी उपाय करने को कहा है। इसी तरह सभी क्वारेंटाइन सेंटरों में कोरोना टेस्ट हेतु सैंपल निर्धारित प्रोटोकाल अनुसार आगामी 3 दिवस में लेने हेतु कार्यवाही करने को कहा है। उन्होंने क्वारेंटीन सेंटरों पर सुरक्षात्मक उपाय किये जाये ताकि वहां पर किसी प्रकार की जनहानि न हो और असुरक्षा की भावना निर्मित न हो। क्वारेंटीन सेंटरों में प्रभारी अधिकारी रोटेशन से बनाये जाये ताकि केवल कुछ व्यक्तियों की ही ड्यूटी उसमें न लगी हो ,जिला स्तर पर उपलब्ध राजपत्रित अधिकारियों में से प्रभारी अधिकारी की ड्यूटी लगाये।