रायपुर – मुख्यमंत्री की पहल पर नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के लगभग 2 लाख 31 हजार श्रमिकों की सकुशल वापसी हुई है।
अन्य राज्यों से लौटे इन प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने शुक्रवार को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित छत्तीसगढ़ लाने का सिलसिला जारी है। 29 मई की स्थिति में राज्य शासन की ओर से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों व अन्य वाहनों के माध्यम से 2.31 लाख से अधिक श्रमिक वापस छत्तीसगढ़ लौट चुके हैं। राज्य शासन की ओर से इन श्रमिकों को छत्तीसगढ़ लाने के लिए 59 स्पेशल श्रमिक ट्रेनों पर सहमति प्रदान की गई है। डॉ. डहरिया ने बताया कि देश व्यापी लॉकडाउन के चलते अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों व चिकित्सा की आवश्यकता वाले लोगों की वापसी को लेकर राज्य सरकार की ओर से कई एहतियाती कदम उठाए गए। छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की वापसी के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था के तहत 2 लाख 96 हजार 587 से अधिक लोगों ने पंजीयन करवाया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के भीतर अन्य जिलों में फंसे 14 हजार 335 श्रमिकों को सकुशल उनके गृह जिला भिजवाया गया है। वहीं छत्तीसगढ़ में फंसे अन्य राज्यों के 28 हजार 450 श्रमिक वापस अपने गृह राज्य जा चुके हैं।
श्रम मंत्री डॉ. डहरिया ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के 17 हजार 677 श्रमिकों को भोजन, राशन, चिकित्सा आदि की व्यवस्था व तत्कालिक राहत पहुंचाने के उद्देश्य से उनके खातों में 66 लाख 73 हजार रुपए की राशि का सीधे अंतरित की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य के नोडल अधिकारी व श्रम सचिव सोनमणी बोरा व अन्य अधिकारियों की ओर से संबंधित राज्यों के अधिकारियों व नियोक्ताओं से लगातार संपर्क कर श्रमिकों की समस्याओं का निदान व छत्तीसगढ़ की श्रमिकों की सकुशल वापसी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 23 लाख 3 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। राज्य कर्मचारी बीमा सेवाएं (ईएसआई) के द्वारा संचालित 42 क्लीनिकों के माध्यम से 71 हजार 44 श्रमिकों को नि:शुल्क इलाज व दवाएं उपलब्ध कराई गई है। प्रवासी श्रमिकों और नागरिकों की मदद के लिए राज्य स्तर पर 24 घंटे हेल्प लाइन सेंटर संचालित है। हेल्प लाइन नंबर 0771-2443809, 91098-49992, 75878-22800, 75878-21800, 96858-50444, 91092-83986 और 88277-73986 है।