अधिकांश जिले होंगे प्रभावित
रायपुर । छत्तीसगढ़ में कलेक्टरों के ट्रांसफर की जम्बो लिस्ट जारी होने के आसार हैं। सूत्रों का दावा है, कि कलेक्टरों की लिस्ट भीतरखाने तैयार कर ली गई है। सूत्र बताते हैं कि सरकार अधिकांश जिलों के कलेक्टर को बदलने के मूड में हैं। इतना ही नहीं राजधानी की कमान स्टेट कैडर से आईएएस अवार्ड होने वाले किसी सीनियर को देने पर भी विचार किया जा रहा हैं।
सूबे में विगत सफ्ताह भर से कोरोना मरीजों की संख्या ने बढ़ने
की रफ्तार पकड़ ली हैं। ऐसा न हुआ होता तो कलेक्टरों की लिस्ट मई माह के
दूसरे सप्ताह में ही निकल गई होती। वही अब जब सब काम नए दिशा निर्देशों के
अनुरूप धीरे धीरे शुरू होने लगे हैं ऐसे में सरकार में बैठे लोग मान रहे
हैं कि कोरोना एक-दो दिन की बात नहीं है। ये लम्बे समय तक चलने वाला है।
वैसे भी कलेक्टरों का ट्रांसफर इस बार काफी लेट हो चुका है। याद होगा, नगरीय निकाय चुनाव के बाद से लिस्ट निकलने की अटकलें चल रही हैं। अफसरों के बीच चर्चा थी कि सीएम के अमेरिका जाने के पहले लिस्ट निकल जाएगी। सीएम के अमेरिका से लौटने के तुरंत बाद विधानसभा का बजट सत्र प्रारंभ हो गया। और, उसके बाद कोरोना आ गया। तब से लिस्ट पेंडिंग हैं।
सूबे के चार कलेक्टरों को छोड़ दें तो लगभग सभी के डेढ़ से दो साल
कार्यकाल पूरे भी हो चुके हैं। अंबिकापुर, कवर्धा, गरियाबंद और कोंडागांव
के कलेक्टरों के दो साल हो गए हैं। 18 जिलों के कलेक्टर को सरकार ने शपथ
लेने के तुरंत बाद ही बदल दिए थे। फिर, 4 फरवरी 2019 को एक छोटी लिस्ट
निकली। इसके बाद अप्रैल, अगस्त 2019 में भी कुछ कलेक्टर बदले गए।
सूत्र बताते हैं जिन जिलों के कलेक्टरों के ट्रांसफर हो सकते हैं,
उनमें बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर, रायगढ़, अंबिकापुर, सुरजपुर, कोरबा,
पेंड्रा-गौरेला, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, कवर्धा, गरियाबंद,जशपुर, धमतरी,
जगदलपुर, जिले के नाम प्रमुख हैं। इनमें से कुछ कलेक्टर्स वापिस राजधानी
रायपुर बुलाए जाएंगे और कुछ अच्छे पारफारमेंस देने वाले कलेक्टरों को बड़े
जिलों में भी भेजा जा सकता हैं।
जिन कलेक्टरों को बड़ा जिला मिल सकता है, उनमें कवर्धा कलेक्टर
अवनीश शरण, कोरबा कलेक्टर किरण कौशल, अंबिकापुर कलेक्टर सारांश मित्तर,
जगदलपुर कलेक्टर अय्याज तंबोली, जशपुर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, धमतरी
कलेक्टर रजत बंसल, सूरजपुर कलेक्टर दीपक सोनी, मुंगेली कलेक्टर डॉ सर्वेश
भूरे, शामिल हैं।
इस बार जारी होने वाली लिस्ट में सरकार सीनियर कलेक्टरों को फील्ड
से वापिस बुला सकती है। रायपुर कलेक्टर एस भारतीदासन और दुर्ग कलेक्टर
अंकित आनंद, दोनों 2006 बैच के हैं। रायपुर राजधानी है और दुर्ग
इम्पॉर्टेंट डिस्ट्रिक्ट है, इसलिए अत्यधिक संभावना है भारतीदासन और अंकित
कंटीन्यू करें, या फिर किसी प्रमोटी आईएएस को राजधानी का जिम्मा भी दिया जा
सकता हैं।
सरकार इस लिस्ट में 2012 बैच के रेगुलर रिक्रूट्ड के बचे चार आईएएस
को कलेक्टर बनाएगी। इस बैच के दो अफसर कलेक्टर बन गए हैं। रजत बंसल और
शिवअनंत तायल। बचे चार में रीतेश अग्रवाल, अभिजीत सिंह, रणवीर सिंह और
पुष्पेंद सिंह मीणा शामिल हैं। 2012 को कलेक्टर बनाने में काफी लेट हो गया
है।
हालांकि, स्टेट कैडर से आईएएस अवार्ड होने वाले दावेदारों की भी लंबी सूची है। 2008 बैच के सत्यनारायण राठौर को अभी कलेक्टर बनने का मौका नहीं मिला है। 2010 बैच के रमेश शर्मा और धमेंद्र साहू बचे हैं। 2011 बैच में जितेंद्र शुक्ला सबसे उपर हैं, उनके नीचे इसी बैच में जन्मजय मोहबे, रिमिजुएस एक्का और जेके ध्रुव हैं। 2012 बैच में तारणप्रकाश सिन्हा, इफ्फत आरा, दिव्या मिश्रा, पुष्पा साहू और संजय अग्रवाल हैं। बहरहाल, अगर कोई बड़ी रुकावट नहीं आई तो सरकार आज कल में कलेक्टरों की जम्बों लिस्ट जारी कर सकती है।