राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु

joharcg.com राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के अंबिकापुर आगमन पर गांधी स्टेडियम हेलीपेड में राज्यपाल श्री रमेन डेका ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय भी उपस्थित थे।अंबिकापुर ने आज इतिहास रचते हुए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आत्मीय और गरिमामय स्वागत किया। उनके आगमन पर हवाई पट्टी से लेकर कार्यक्रम स्थल तक उत्साह, सम्मान और जनभागीदारी का अद्भुत संगम दिखाई दिया। राज्यपाल, मुख्यमंत्री, जनप्रतिनिधियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए उन्हें प्रदेश की जनजातीय और सांस्कृतिक धरोहर से अवगत कराया।

शहर भर में स्वागत होर्डिंग, पारंपरिक नृत्य, ढोल-नगाड़ों की धुन और स्कूली बच्चों की पंक्तिबद्ध उपस्थिति ने वातावरण को और अधिक उत्सवी बना दिया। जनजातीय परंपरागत वेशभूषा में सजे कलाकारों ने लोकनृत्य प्रस्तुत कर राष्ट्रपति के प्रति अपनी खुशी और सम्मान व्यक्त किया।

राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संबोधन में अंबिकापुर की प्राकृतिक सुंदरता, यहां के सरल-सहज लोगों और समृद्ध जनजातीय संस्कृति की सराहना की। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की भागीदारी के बिना समावेशी विकास की कल्पना अधूरी है। राष्ट्रपति ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में चल रही योजनाओं की जानकारी लेते हुए इनके प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया।

विशेष रूप से छात्राओं और स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से संवाद करते हुए राष्ट्रपति ने आत्मनिर्भरता, कौशल विकास और उद्यमिता को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय संसाधनों, हस्तशिल्प, लघु वनोपज और कृषि आधारित उत्पादों के जरिए ग्रामीण और जनजातीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना समय की आवश्यकता है।

कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा जनजातीय गौरव से जुड़ी झांकियां, विभिन्न विकास योजनाओं की प्रदर्शनी तथा सफल लाभार्थियों की कहानियां भी प्रस्तुत की गईं। राष्ट्रपति ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव दिखना ही वास्तव में अच्छी शासन व्यवस्था की पहचान है।

अंबिकापुर के नागरिकों ने राष्ट्रपति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे शहर के लिए गौरव का क्षण बताया। राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा न केवल संवैधानिक गरिमा का प्रतीक रहा, बल्कि जनजातीय गौरव, महिलाओं की भागीदारी और समावेशी विकास के प्रति मजबूत संदेश भी देता दिखाई दिया।