मुख्यमंत्री डॉ. यादव

joharcg.com मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज एक सभा में अपने संबोधन के दौरान यह स्पष्ट किया कि जीवन में सफलता केवल शैक्षिक मेरिट और कड़ी मेहनत पर निर्भर नहीं होती, बल्कि नैतिक मूल्यों और संस्कारों का पालन भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अच्छे संस्कार व्यक्ति के चरित्र का निर्माण करते हैं और समाज में सम्मान दिलाने का सबसे प्रभावशाली तरीका हैं।

डॉ. यादव ने युवा पीढ़ी को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक समाज में जहाँ प्रतिस्पर्धा और तकनीकी प्रगति लगातार बढ़ रही है, वहीं यह जरूरी है कि हम अपने नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों को भूलें नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जित करना नहीं है, बल्कि यह जीवन को एक दिशा देना और अच्छे नागरिक की तरह समाज में योगदान देना भी है।

मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा, “हमारी संस्कृति और परंपराएं हमें जीवन को सच्चे और ईमानदार तरीके से जीने की शिक्षा देती हैं। जो लोग इन मूल्यों का अनुसरण करते हैं, वे न केवल व्यक्तिगत रूप से सफल होते हैं, बल्कि समाज को भी उन्नति की दिशा में प्रेरित करते हैं।”

डॉ. यादव ने यह भी बताया कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में काम कर रही है, ताकि छात्रों को न केवल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिले, बल्कि उन्हें नैतिक शिक्षा भी दी जाए। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हर विद्यार्थी को शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी मिले, ताकि वह समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझे।”

साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि हम चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी अधिक जिम्मेदार, समझदार और समाज के प्रति जागरूक हो, तो हमें उन्हें सही मार्गदर्शन देना होगा। इसके लिए शिक्षकों और माता-पिता की भूमिका महत्वपूर्ण है।

इस प्रकार, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्पष्ट किया कि जीवन में सफलता के लिए केवल मेरिट का होना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि नैतिक मूल्यों और संस्कारों का पालन करना भी आवश्यक है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जीवन में सफलता के लिए योग्यता के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और संस्कारों का अनुसरण आवश्यक है। मेरिट में आए विद्यार्थी यदि अपनी योग्यता का उपयोग केवल स्वयं के लिए करेंगे तो उनकी प्रतिभा का लाभ समाज को नहीं मिल पाएगा। नैतिक मूल्यों का अनुसरण करते हुए सबके हित और सबके सुख का ध्यान रखकर किए गए कार्य न केवल समाज अपितु राष्ट्र की प्रगति में विद्यार्थियों के योगदान का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व का सबसे महान देश बनने के मार्ग पर अग्रसर है। ऐसे में मेरिट में आए विद्यार्थी अपनी योग्यता, क्षमता और निपुणता से अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर समाज हित और देश की उन्नति में हरसंभव योगदान दें। लक्ष्य प्रगति में ही उनकी श्रेष्ठता सही अर्थों में सिद्ध होगी और भारत को प्रगति पथ पर अग्रसर करने में सार्थक योगदान दे सकेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मेधावी विद्यार्थियों को ई-स्कूटी वितरण के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्री राम, भगवान श्रीकृष्ण, सम्राट विक्रमादित्य, पन्ना-धाय के उद्धरण देते हुए कहा कि अद्भुत क्षमता और सामर्थ्य के साथ नैतिक मूल्यों पर अडिग रहने के उदाहरणों ने ही इन महान विभूतियों के जीवन को आदिकाल से वर्तमान तक अनुकरणीय बनाया है। अंग्रेजी साम्राज्य का जब सूर्य अस्त नहीं होता था तब नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अपनी योग्यता और क्षमता के आधार पर विश्व में अपनी सामर्थ्य के उदाहरण प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हर चुनौती और कठिन समय का धैर्य और साहस के साथ सामना करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि युवाओं को शासकीय और निजी क्षेत्र की नौकरियों का लक्ष्य रखने के साथ ही समाज को नेतृत्व प्रदान करने, आने वाली पीढ़ी को शिक्षा देने जैसे दायित्वों के निर्वहन को भी अपना ध्येय बनाना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जापान की उद्यमशीलता का उदाहरण देते हुए कहा कि युवा उद्यमिता के माध्यम से नौकरी करने वाले नहीं अपितु रोजगार देने वाले बन सकते हैं। राज्य सरकार उद्योग स्थापना में हरसंभव सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के साथ स्कूटी चलाकर किया उनका उत्साहवर्धन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समारोह में 10 मेधावी विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबी प्रदान की तथा उनके साथ स्कूटी चलाकर उनका उत्साहवर्धन भी किया। माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं की परीक्षा में शासकीय विद्यालयों के टॉपर्स को स्कूटी प्रदान करने की इस योजना के अंतर्गत संपूर्ण प्रदेश में 7 हजार 900 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को ई-Bhaiyalal Rajwade Archives – JoharCG