joharcg.com राज्यपाल श्री पटेल ने समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। आकाश में गुब्बारे छोड़े और परेड की सलामी लेकर निरीक्षण किया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों, परम्परागत लोकनृत्यों और झांकियों की प्रस्तुति का अवलोकन किया। परेड कमांडरों के साथ ग्रुप फोटो भी खिचवाया। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के पर्यावरण के लिए नव जागृति की पहल “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान में प्रदेश ने साढ़े 5 करोड़ पौधे लगाकर, जल गंगा संवर्धन अभियान में बढ़-चढ़ कर सहभागिता कर सजग-सक्रिय गणतंत्र का आदर्श प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश युवाओं, महिलाओं, अन्नदाता किसानों और गरीब वर्ग की समान रूप से उन्नति उनके जीवन को खुशहाल, आसान बनाने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी अधोसंरचना और औद्योगिक क्षेत्र में विकसित प्रदेश के निर्माण के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के “विकसित भारत” के संकल्प के तहत, प्रदेश गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी (GYAN) के सशक्तिकरण पर आधारित चार मुख्य स्तंभों पर कार्य कर रहा है।
राज्य सरकार ने इस दिशा में मिशन मोड में कार्य करने के उद्देश्य से गरीब कल्याण मिशन, स्वामी विवेकानन्द युवा शक्ति मिशन, किसान-कल्याण और देवी अहिल्याबाई होल्कर नारी सशक्तिकरण मिशन शुरू किये हैं।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा है कि प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देने के लिए निवेश और औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। मध्यप्रदेश, देश और दुनिया के उद्योग समूहों के लिए निवेश का पसंदीदा डेस्टिनेशन बनकर उभर रहा है। प्रदेश में पहली बार स्थानीय स्तर पर औद्योगिक विकास को बल देते हुए संभागों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किये गये हैं।
उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर, नर्मदापुरम और शहडोल के कॉन्क्लेव और माइनिंग कॉन्क्लेव आयोजित की गई। प्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टमेंट हब बनाने के लिए सरकार ने यू.के. एवं जर्मनी में रोड शो कर खनिज, सेमी कंडक्टर, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल, नवकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और खाद्य प्र-संस्करण जैसे क्षेत्रों में 78 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है।
फरवरी-2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की निवेश संभावनाओं को विस्तारित करने के लिए मुम्बई, कोयम्बटूर, बैंगलुरू, कोलकाता और पुणे में रोड शो किये गये हैं। इन सभी प्रयासों से अब तक लगभग 4 लाख 17 हजार करोड़ का निवेश और 4 लाख से अधिक व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्र ध्वज फहराया और आकर्षक परेड की सलामी ली। राज्यपाल श्री पटेल ने परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद परेड कमांडर श्री करणदीप सिंह के नेतृत्व में मार्च पास्ट किया गया। टूआईसी श्री अतुल कुमार सोनी के नेतृत्व में परेड में विभिन्न बलों की 20 टुकड़ियां शामिल थीं। परेड में शामिल कंटीजेंट नम्बर-1 केन्द्रीय रिजर्व

पुलिस बल का नेतृत्व निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह ने किया। कंटीजेंट नम्बर-2 केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, कंटीजेंट नम्बर-3 छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, कंटीजेंट नम्बर-4 मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल (1), कंटीजेंट नम्बर-5 स्पेशल टास्क फोर्स, कंटीजेंट नम्बर-6 विशेष सशस्त्र बल और जिला पुलिस बल (महिला), कंटीजेंट नम्बर-7 जिला पुलिस बल (पुरूष), कंटीजेंट नम्बर-8 जेल विभाग (महिला), कंटीजेंट नम्बर-9 मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल (2), कटीजेंट नम्बर-10 मध्यप्रदेश होमगार्ड,
कंटीजेंट नम्बर-11 भूतपूर्व सैनिक, कंटीजेंट नम्बर-12 एनसीसी सीनियर डिविजन, एयरविंग और नेवल विंग, बॉयस मिश्रित प्लाटून, कंटीजेंट नम्बर-13 एनसीसी सीनियर विंग, एयर विंग और नेवल विंग गर्ल्स मिश्रित प्लाटून, कंटीजेंट नम्बर-14 स्काउड गाइड बॉयस, कंटीजेंट नम्बर-15 गर्ल्स गाइड छात्रा, कंटीजेंट नम्बर-16 पुलिस बॉयस, कंटीजेंट नम्बर-17 शौर्य दल, कंटीजेंट नम्बर-18 पुलिस बैंड, कंटीजेंट नम्बर-19 श्वान दल और कंटीजेंट नम्बर-20 अश्वरोही दल के रूप में शामिल था। इन 20 दलों ने देशभक्ति की धुन पर आकर्षक मार्च पास्ट किया। परेड के बाद आकाश में तिरंगे के रूप में गुब्बारे छोड़े गये।
गणतंत्र दिवस समारोह में झांकियों के माध्यम से प्रदेश की प्रगति, सुशासन जनभागीदारी से समग्र विकास को प्रदर्शित किया गया। 20 शासकीय विभागों की झांकियों को प्रदर्शन किया गया। उद्यानिकी विभाग की झांकी में

उद्यानिकी फसलों से किसानों की बढ़ती आय को दर्शाया गया। प्रदेश में उद्यानिकी मंडियों का संचालन और वर्तमान में 15 उद्यानिकी फसलों का जीआई पंजीयन को प्रदर्शित किया गया। आयुष विभाग की झांकी में आयुष हेल्थ-वेलनेस सेंटर, समुद्र मंथन से आयुर्वेद ज्ञान की प्राप्ति और प्रदेश में अत्याधुनिक आयुर्वेद अस्पतालों के संचालन को प्रदर्शित किया गया। उद्योग विभाग की झांकी में बुधनी के लकड़ी के खिलौने, इन्वेस्टर्स मीट और बुरहानपुर के पावर लूम को दिखाया गया।
किसान कल्याण तथा कृषि विभाग की झांकी में दलहन-तिलहन के बढ़ते उत्पादन, रानी दुर्गावती श्रीअन्न योजना से कोदों, कुटकी, रागी, ज्वार, बाजरा के बढ़ते उत्पादन को दिखाया गया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की झांकी में खादी कपड़े की बुनाई और वस्त्र निर्माण करने की कला, रेशमी वस्त्र कला और माटीकला के पारंपरिक साधनों को विकसित करते हुए इलेक्ट्रिक चरखों से रंगीन कपड़ा बनाने की प्रक्रिया को दिखाया गया।
खेल और युवा कल्याण विभाग की झांकी में प्रदेश के 11 खेल अकादमियों के संचालन, खेलेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया की गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। प्रदेश की झाँकी में पेरिस ओलंपिक, पैरालम्पिक में 6 खिलाड़ियों द्वारा 3 काँस्य पदक अर्जित करने की उपलब्धि को प्रदर्शित किया गया।