joharcg.com गणतंत्र दिवस के अवसर पर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. शिवराज सिंह यादव ने संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की जन्मस्थली, महू (इंदौर) में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डॉ. अंबेडकर के योगदान को याद किया और उनके आदर्शों का पालन करने की प्रेरणा दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के द्वारा लिखित भारतीय संविधान हमारे देश के प्रत्येक नागरिक को समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे के अधिकार प्रदान करता है, जिससे समाज में न्याय और समान अवसरों का संवर्धन हुआ है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की जन्मस्थली पर आकर उन्हें प्रणाम करना मेरे लिए एक सम्मान की बात है। उनके द्वारा निर्मित संविधान ने भारत को लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में दुनिया में प्रतिष्ठित किया। उनका जीवन और कार्य हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब ने भारतीय समाज में व्याप्त भेदभाव और असमानताओं को समाप्त करने के लिए अपनी पूरी जिंदगी समर्पित कर दी। उनका यह संघर्ष हर भारतीय नागरिक के अधिकारों की रक्षा करता है।
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने संविधान के महत्व पर भी प्रकाश डाला और कहा कि संविधान के प्रति हमारी निष्ठा और सम्मान हमारे देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की ताकत को और मजबूत करता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार बाबा साहेब के आदर्शों के अनुरूप समाज में समानता और न्याय स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार डॉ. अंबेडकर के मार्गदर्शन में और उनके सिद्धांतों के अनुरूप विकास कार्यों में गति लाएगी।
गणतंत्र दिवस की इस श्रद्धांजलि सभा में कई वरिष्ठ नेता और गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गणतंत्र दिवस की 76वीं वर्षगांठ पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली डॉ. अम्बेडकर नगर (महू) पहुंचे। यहां उन्होंने संविधान निर्माता (बाबा साहेब) डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धासुमन अर्पित किए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज 26 जनवरी गणतंत्र दिवस हमारे लिये सबसे बड़ा त्यौहार है। बाबा साहेब के कारण ही हमारा गणतंत्र दुनिया में पहली बार जाना और पहचाना गया। बाबा साहेब की जन्मस्थली पंच तीर्थों में से एक प्रमुख स्थल है। आज गणतंत्र दिवस के शुभ दिन पर संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब की जन्मस्थली में आकर उन्हें प्रणाम करना सौभाग्य की बात है। यहाँ आना तीर्थ आने के बराबर है।