हेलमेट

joharcg.com सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य परिवहन विभाग ने एक अहम कदम उठाया है। अब, हेलमेट न पहनने वाले दोपहिया वाहन चालकों पर सख्ती की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस ने ऐलान किया है कि अगर कोई व्यक्ति बिना हेलमेट के गाड़ी चला रहा है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पहले सिर्फ शहर के अंदर ही हेलमेट पहनने के नियमों का पालन कराया जाता था, लेकिन अब इस नियम को आउटर इलाके में भी लागू किया जाएगा। राज्य सरकार ने यह फैसला ट्रैफिक सुरक्षा बढ़ाने और दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए लिया है। दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट अनिवार्य किया गया है, और जो लोग इसे न पहनकर सड़क पर उतरेंगे, उन पर जुर्माना और अन्य कड़ी सजा लागू की जाएगी।

इसके अलावा, विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि आउटर एरिया में भी ट्रैफिक नियमों का पालन करना जरूरी होगा। इस फैसले के तहत अब राज्य के बाहरी इलाकों में भी ट्रैफिक सिग्नल, गति सीमा और अन्य नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। इससे सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी, क्योंकि हेलमेट पहनने से सिर की चोटों में काफी कमी आती है। साथ ही, ट्रैफिक नियमों का पालन करने से गाड़ी की गति पर नियंत्रण होगा, जिससे सड़क हादसों की संभावना घटेगी।

इस कड़े फैसले को लागू करने के लिए पुलिस और ट्रैफिक विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। विशेष चेकिंग अभियान चलाए जाएंगे, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर वाहन चालक हेलमेट पहने और ट्रैफिक नियमों का पालन करे।

अब समय आ गया है कि लोग अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करें।

रायपुर। यातायात पुलिस अब राजधानी से बाहर जाने वाले बाइक सवारों के हेलमेट नहीं पहनने पर सख्ती बरतेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रायपुर जिले में वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या और अच्छी सड़कों पर वाहनों की अनियंत्रित रफ्तार के कारण दुर्घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। खासकर आउटर इलाके में बिना हेलमेट के दोपहिया चलाते हुए हादसे में सबसे अधिक मौतें हो रही हैं। मौतों को रोकने के लिए ही शहर से बाहर जाने वाले दोपहिया सवारों को अब हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा।

बताते चलें कि वर्ष 2023 में जहां 1961 सड़क दुर्घटनाओं में 507 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, वर्ष 2024 में 2079 सड़क हादसों में 594 लोगों की मौत हुई है। इसमें सर्वाधिक 424 दोपहिया चालक और सवार शामिल हैं।
ये बिना हेलमेट के वाहन चलाते हुए हादसे का शिकार हुए थे। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण ही इनकी मौत हुई थी।

जिले में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया चालकों की मौत का बढ़ रहा आंकड़ा काफी डरावना है। सड़क हादसों के विश्लेषण में यह तथ्य सामने आया है कि सिर में गंभीर चोट लगने के कारण अधिक लोगों की मौत हुई है। दोपहिया चालक हेलमेट पहनकर निकलते, तो निश्चित ही 40-50 प्रतिशत मौतें कम होती हैं।

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