जेसीबी मशीन

joharcg.com छत्तीसगढ़ के एक इलाके में एक अजीब और हैरान कर देने वाला दृश्य देखने को मिला, जब एक जेसीबी मशीन की चपेट में आकर एक नाग की मौत हो गई। हैरानी की बात यह रही कि उसकी मौत के बाद भी उसकी साथ बैठी नागिन घंटों वहीं शांत बैठी रही और भीड़ को देखकर भी टस से मस नहीं हुई।

घटना उस समय घटी जब जेसीबी मशीन एक निर्माण कार्य के दौरान क्षेत्र में काम कर रही थी। अचानक मशीन ने एक सांप को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह लोगों के लिए चौंकाने वाला था। नाग की मौत के बाद उसकी साथी नागिन उसी स्थान पर बैठी रही और किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी।

लोगों की भीड़ जमा होने के बावजूद नागिन ने अपने साथी के शव के पास से हिलने-डुलने की कोशिश नहीं की। कई लोग इसे नागिन का गहरा प्रेम और विश्वास मान रहे थे, जबकि कुछ इसे सांपों की सामान्य प्रवृत्ति का हिस्सा मानते हैं।

यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना के बारे में लोग काफी चर्चा कर रहे हैं। कुछ लोग इसे एक दिलचस्प प्राकृतिक घटना मान रहे हैं, तो कुछ इसे दुर्लभ माना जा रहा है।

इस घटना ने यह साबित कर दिया कि जानवरों की दुनिया में भी प्रेम और जुड़ाव की अनोखी बातें होती हैं, जो कभी-कभी इंसानों को भी हैरान कर देती हैं।

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक खेत की सफाई के दौरान जेसीबी मशीन से नाग की मौत हो गई जबकि नागिन घायल हो गई. लेकिन घायल नागिन घंटों तक नाग के पास बैठी रही. यह देखने के लिए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों का हुजूम उमड़ने के बाद भी नागिन टस से मस नहीं हुई.

दरअसल, शिवपुरी जिले की नरवर तहसील के छतरी गांव में एक किसान जेसीबी मशीन की मदद से अपनी जमीन की साफ सफाई करवा रहा था. इसी दौरान जेसीबी का पंजा जमीन में बने एक बिल में जा लगा और उसमें मौजूद नाग की मौत हो गई. साथ ही नागिन भी घायल हो गई.

हालांकि, यह देख जेसीबी ड्राइवर ने काम रोक दिया और मृत नाग को उठाकर दूर फेंकने के लिए उतरा. लेकिन ड्राइवर के पास पहुंचते ही नागिन अपना फन फैलाकर खड़ी हो गई. यह देख जेसीबी ऑपरेटर सहम गया. खबर फैली तो गांव के लोग नाग नागिन के जोड़े को देखने आ उमड़े. इसके बाद जमीन के मालिक ने पास के कस्बे नरवर से सर्प मित्र को बुलाया. मौके पर पहुंचे सर्प मित्र सलमान पठान ने बताया कि यह जोड़ा करीब 16-17 साल से साथ में है.

दरअसल, सर्दी के मौसम में सर्प ज्यादातर जमीन के अंदर रहते हैं. इसी वक्त मशीन चली तो दोनों चपेट में आ गए. दोनों जख्मी हो गए. नागिन का नाग को देखकर बुरा हाल हो गया. नाग के सामने से हटने का नाम नहीं ले रही थी. पठान ने नागिन को नाग के सामने से हटाया तो नागिन हट नहीं रही थी.  सर्प मित्र ने घायल नागिन को प्राथमिक उपचार के बाद अपने तरीके से जैसे-तैसे वहां से हटाया और जंगल में ले जाकर सुरक्षित छोड़ा ताकि वह अपनी जिंदगी आराम से जिए.

सर्प मित्र पठान का कहना था कि नागिन को नाग की मौत का बहुत गहरा सदमा लगा है. इसी वजह से वह घंटों शव के पास बैठकर विलाप कर रही थी.
Vikram Usendi Archives – JoharCG