हमर हटरी का उपमुख्यमंत्री

joharcg.com छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने हाल ही में “हमर हटरी” परियोजना का शुभारंभ किया, जो राज्य में ग्रामीण विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह परियोजना स्थानीय समुदायों की मदद से विकास की दिशा को बेहतर बनाने के लिए तैयार की गई है।

उपमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि “हमर हटरी” का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं और रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है। यह परियोजना विशेष रूप से छोटे और मंझले किसानों, महिला उद्यमियों और स्थानीय उद्यमियों के लिए लाभकारी होगी।

इस परियोजना के तहत, राज्य सरकार ग्रामीण इलाकों में छोटे-छोटे विकास कार्यों को शुरू करने जा रही है, जिससे वहां रहने वाले लोगों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो सके। इस पहल से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी।

उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि गांवों में संसाधनों का सही उपयोग कर वहां के लोगों को लाभ पहुंचाया जाए। “हमर हटरी” जैसी परियोजनाओं से स्थानीय लोगों को न केवल शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि सामाजिक और आर्थिक उन्नति भी होगी।

इस परियोजना के शुभारंभ के साथ ही सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि विकास कार्यों को पारदर्शिता और गति के साथ पूरा किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से अपील की कि वे इस योजना का पूरा लाभ उठाएं और राज्य सरकार की योजनाओं में सहयोग करें।

“हमर हटरी” परियोजना के शुभारंभ से राज्य के विकास में एक नया अध्याय जुड़ा है, जो आने वाले समय में बड़े बदलाव ला सकता है।

दुर्ग।  प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने जिले के रामकृष्ण मार्ट के ऊपर वार्ड नंबर 11 बोरसी उत्तर स्थित जीविका स्व-सहायता समूह बोरसी युवा शक्ति संगठन द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ के शिल्पकारों के शिल्पों का एक ही छत के नीचे अनुपम संग्रहण एवं विक्रय केंद्र हमर हटरी का आज शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न शिल्पकारों जैसे मटपराई कला, बास कला, पारा कला, ढोकरा कला, बेल मेटल, बस्तर कला, जूट कला के शिल्प एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो।

शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्थाओं तथा आम नागरिकों की मांग को देखते हुए हमर हटरी एम्पोरियम में भारतीय संस्कृति के वेशभूषा एवं परिधान किराए पर उपलब्ध हैं तथा शील्ड एवं स्मृति चिन्ह के ऑर्डर भी लिए जाएंगे। इससे बेरोजगार एवं बेसहारा बहनों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत होगी।
हमर हटरी का उद्देश्य बेरोजगार एवं अप्रशिक्षित भाई-बहनों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना है।

प्रशिक्षण के अभाव में स्व-सहायता समूह औपचारिक संगठनों तक सीमित रह जाते हैं और निराशा के कारण धीरे-धीरे लुप्त हो जाते हैं। बाहर प्रशिक्षण के लिए बड़ी रकम दे पाना मध्यम एवं निम्न वर्ग के लिए संभव नहीं है, परिणाम स्वरूप भाई-बहनों की प्रतिभा बेरोजगारी एवं कम वेतन में काम करके बर्बाद हो जाती है। इसलिए हमर हटरी की परिकल्पना की गई है।

जीविका स्व सहायता समूह बोरसी एवं युवा शक्ति संगठन बोरसी के माध्यम से हम विगत 05 वर्षों से सामाजिक, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान, रक्तदान शिविर, कैरियर मार्गदर्शन, महिला जागरूकता, नशा उन्मूलन जैसे कार्य करते आ रहे हैं। हमर हटरी के शुभारंभ अवसर पर दुर्ग ग्रामीण के विधायक ललित चंद्राकर एवं नगर निगम दुर्ग के महापौर धीरज बाकलीवाल सहित जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
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