छत्तीसगढ़ में सर्दी

joharcg.com छत्तीसगढ़ में इस समय सर्दी ने अपना असर बढ़ा दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में ठंड का तीव्र प्रभाव देखा जा रहा है, और मौसम विभाग के अनुसार, सर्दी आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। मंगलवार को बलरामपुर जिले में तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो राज्य का अब तक का सबसे कम तापमान था।

बलरामपुर के अलावा, अन्य क्षेत्रों में भी ठंड का असर दिखाई दे रहा है। प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में तापमान 10-12 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया। इन शहरों में ठंडी हवाओं के कारण लोग सुबह और शाम के समय खासकर स्वेटर और ऊनी कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में इस साल ठंड जल्दी शुरू हुई है और यह अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक सर्दी का प्रभाव बना रहेगा। इस दौरान राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में भी ठंड और बढ़ने की संभावना है।

राज्य में सर्दी से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि लोग खासतौर पर बच्चे और बुजुर्गों का ध्यान रखें। तापमान में गिरावट के साथ सर्दी-खांसी और जुकाम जैसी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में शरीर को गरम रखना, गर्म पानी पीना और उचित कपड़े पहनना महत्वपूर्ण है।

इसके साथ ही, छत्तीसगढ़ में ठंड से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा भी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है ताकि लोगों को राहत मिल सके। वहीं, ट्रैफिक पुलिस भी शीतलहर के दौरान वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दे रही है, क्योंकि सुबह और रात के समय दृश्यता कम हो सकती है।

कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ में सर्दी का असर तेज होता जा रहा है और लोग अब सर्दी से बचने के उपायों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में न्यूनतम पारा ठहर गया है। सरगुजा संभाग को छोड़कर अन्य जगहों पर तापमान में कमी नहीं हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के बाद तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि हो सकती है। सरगुजा में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। नवंबर के महीने में पड़ रही सामान्य से ज्यादा ठंड की स्थिति अगले दो दिन ऐसे ही रहने के आसार हैं।

बलरामपुर में न्यूनतम पारा 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। उत्तर छत्तीसगढ़ में शीतलहर जैसी स्थिति बनी हुई है। मैदानी इलाकों की बात करें तो दुर्ग का पारा गिर कर 11 डिग्री के करीब पहुंच गया। माना में 12 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। रायपुर में न्यूनतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार नारायणपुर में न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस, बस्तर में 12.8 डिग्री सेल्सियस, दंतेवाड़ा में 11.9 डिग्री सेल्सियस, बीजापुर में 13.3 डिग्री और सुकमा में 14.8 डिग्री दर्ज किया गया।

सरगुजा में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री, जशपुर में 12 डिग्री, पेंड्रा में 9.6 डिग्री व कोरिया में 9.9 डिग्री, महासमुंद में 12 डिग्री, राजनांदगांव में 13 डिग्री दर्ज किया गया। रायपुर में शुक्रवार को आकाश मुख्यतः साफ रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री के आस-पास रह सकता है।

सरगुजा में अगले 24 घंटे तक ठंड और बढ़ने का अनुमान है। वहीं मध्य क्षेत्र में रात के तापमान में मामूली रूप से उतार-चढ़ाव की स्थिति रहने की संभावना है। बस्तर और उससे लगे जिलों में न्यूनतम पारा में बढ़ोतरी होने की संभावना बन रही है। हालांकि, अभी राज्य के किसी भी शहर में दिन और रात का तापमान सामान्य से अधिक वाली स्थिति में नहीं है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में शीतलहर की स्थिति तो नहीं है, लेकिन किसानों को ठंड के इस मौसम में सतर्क रहना जरूरी है।

सरगुजा क्षेत्र को छोड़कर अन्य हिस्सों में शीतलहर का असर नहीं है, लेकिन ठंड के कारण फसलों को पाला लगने का खतरा बढ़ सकता है, जो उनकी उत्पादकता पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। किसानों को अपनी फसलों को शीतलहर से बचाने के उपायों पर ध्यान देना चाहिए।

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