joharcg.com राजस्थान के एक क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर खेती करने की घटना सामने आई है। स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए कब्जा की गई जमीन पर उगाई गई फसल को जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई सरकारी संपत्ति की सुरक्षा और अवैध कब्जे की रोकथाम के लिए की गई।
प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, सूचना मिलने पर राजस्व विभाग और पुलिस की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर जमीन का निरीक्षण किया। पाया गया कि कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर खेती कर रखी थी। इस कब्जे के कारण सरकारी संपत्ति का नुकसान हो रहा था और यह कानून का उल्लंघन था।
कार्यवाही के तहत प्रशासन ने कब्जा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की और फसल को जब्त कर लिया। जब्त की गई फसल में मुख्य रूप से धान और गेहूं की फसलें शामिल थीं। प्रशासन ने कहा कि ऐसे अवैध कब्जों को सख्ती से रोका जाएगा और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को पुनः होने से बचाने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में चेतावनी दी है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे या भूमि उपयोग के बारे में प्रशासन को सूचित करें, ताकि सरकारी संपत्ति की सुरक्षा की जा सके।
यह कदम सरकारी भूमि पर कब्जे की बढ़ती घटनाओं को रोकने और क़ानूनी ढंग से प्रशासनिक कार्यवाही को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कोरबा। कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देशन में जिले के धान उपार्जन केंद्रों में अवैध धान के आवक पर रोक लगाने प्रशासन द्वारा गम्भीरता से कार्य किया का रहा है। जिला प्रशासन द्वारा समितियों में विक्रय हेतु आने वाले धान की मॉनिटरिंग की जा रही है। सरकारी जमीन में अतिक्रमण कर खेती करने वालों के विरुद्ध निरंतर जब्ती की कार्यवाही की जा रही है।
इसी कड़ी में कोरबा तहसील के ग्राम दादरखुर्द में शासकीय भूमि में कब्जा कर फसल लेने वाले अतिक्रमणकारी प्रभाती लाल एवं पुरुषोत्तम घाडगे द्वारा 3-3 एकड़ राजस्व भूमि में कब्जा कर लिए गए धान के फसल को जब्त किया गया है। इसी प्रकार तहसील दर्री अंतर्गत अतिक्रामक नारद पटेल द्वारा 1 एकड़ में लगाए धान की फसल पर राजस्व विभाग द्वारा जब्ती की कार्यवाही की गई है। जिससे इस रकबे में लगे धान का समिति में पंजीकृत किसान के खाते से विक्रय ना हो पाए एवं पंजीकृत किसान अपने वास्तविक उपज को केंद्र में विक्रय कर सके।
Shyam Bihari Jaiswal Archives – JoharCG