joharcg.com भारत ने 200 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, और इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने प्रसिद्ध रेत कला कलाकार सुदर्शन पटनायक द्वारा बनाई गई एक शानदार रेत कला का अनावरण किया। इस कला में भारत की अक्षय ऊर्जा में मिली इस ऐतिहासिक सफलता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।
केंद्रीय मंत्री [नाम] ने इस रेत कला के बारे में बात करते हुए कहा, “यह रेत कला न केवल भारत की अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में प्राप्त सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदमों का भी प्रतिनिधित्व करती है। सुदर्शन पटनायक की यह कला दर्शाती है कि हम किस तरह से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं।”
सुदर्शन पटनायक, जो अपनी रेत कला के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं, ने इस कला को बनाने के लिए विशेष रूप से 200 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन की इस उपलब्धि को ध्यान में रखते हुए प्रेरणा ली। पटनायक की रेत कला में सूर्य, पवन और जल जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों को दर्शाया गया है, जो भारत की ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “भारत ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने से न केवल देश में हरित ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने के हमारे संकल्प को भी मजबूत करता है।”
यह उपलब्धि भारत की अक्षय ऊर्जा नीति के तहत 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मंत्री ने इस अवसर पर देशभर में अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने और इसके उपयोग को अधिक सुलभ बनाने के लिए सरकार के द्वारा किए गए विभिन्न उपायों का भी उल्लेख किया।
सुदर्शन पटनायक की रेत कला, जो इस ऐतिहासिक क्षण को समर्पित की गई थी, ने सभी को न केवल भारत की ऊर्जा नीति के महत्व को समझने का अवसर दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि कला और संस्कृति के माध्यम से हम पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति अपनी जागरूकता को कैसे बढ़ा सकते हैं। पटनायक की यह कला प्रकृति और विज्ञान का संगम बनकर प्रस्तुत हुई, जो भारत के विकास और हरित ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से उजागर करती है।
नई दिल्ली 16 नवम्बर 2024। केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर सुप्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक की कलाकृति साझा की। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा “नवीकरणीय ऊर्जा में 200 गीगावाट क्षमता को पार करने की भारत की उल्लेखनीय उपलब्धि का सम्मान!
भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘पंचामृत’ लक्ष्य के अनुरूप अक्टूबर में अक्षय ऊर्जा में 200 गीगावाट की उपलब्धि हासिल कर ली है। यह उल्लेखनीय वृद्धि 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावाट हासिल करने के देश के महत्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा लक्ष्य के अनुरूप है।