joharcg.com प्रदेश के 14 प्रमुख स्वास्थ्य संस्थाओं को गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण (Quality Assurance Certification) प्राप्त हुआ है, जो कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और बेहतरी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने की और संबंधित संस्थाओं को बधाई दी। उन्होंने इसे प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के सुधार के लिए एक सकारात्मक पहल बताया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह प्रमाण उन संस्थाओं को दिया गया है जो चिकित्सा सेवाओं, मरीजों के इलाज, और प्रशासनिक कार्यों में उच्च मानकों को बनाए रखने में सफल रही हैं। गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण मिलना उन संस्थाओं के लिए एक गर्व का विषय है, क्योंकि यह दर्शाता है कि उन्होंने मरीजों को उच्च स्तर की सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्धता और मेहनत दिखाई है।
राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में और अधिक संस्थाओं को गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण देने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि प्रदेश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सामूहिक प्रयासों के तहत, यह प्रमाण पत्र स्वास्थ्य संस्थाओं के लिए एक प्रकार का मानक बन गया है, जो न केवल चिकित्सा क्षेत्र में सुधार लाता है, बल्कि मरीजों के प्रति संवेदनशीलता और उनकी देखभाल में भी वृद्धि करता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर सभी स्वास्थ्य कर्मियों की मेहनत की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया, जिनके प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश बढ़ाकर और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराकर प्रदेश के नागरिकों की स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति भरोसा मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह कदम प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है, जो भविष्य में और अधिक संस्थाओं को प्रेरित करेगा।
रायपुर 16 नवम्बर 2024। उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने वाले छत्तीसगढ़ के 14 शासकीय अस्पतालों को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इनमें 10 आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र, 03 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की विशेषज्ञों की टीम द्वारा विगत अक्टूबर व नवंबर माह में इन अस्पतालों में मरीजों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता के परीक्षण के बाद राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने गुणवत्ता आश्वासन के मानकों पर खरा उतरने वाले स्वास्थ्य केंद्रों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बेहतर हो रही हैं और 14 शासकीय अस्पतालों को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र मिलना इसी का नतीजा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा महासमुंद ज़िले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र भदरसी को 91.29% , बड़े टेमरी को 90.27%, झलप को 91.93% व
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नयापारा को 88.89% के साथ सूरजपुर ज़िले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र नवापाराकला को 76.09%, धरमपुर को 87.75% व कांकेर जिले आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र मुसरपट्टा को 94.2%,पीवी89 को 85.58%, कोदागांव को 93.36%, माकरीखुना को 81.54 व बलौदाबाजार ज़िले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद् ठेलकी को 86.83%, रायगढ़ जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र छर्राटानगर को 82.39%, बस्तर जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र जमावड़ा को 88.99% व रायपुर ज़िले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र सिलयारी को 88.15% अंक प्राप्त हुए हैं ।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान करने के पूर्व विगत माह भारत सरकार के विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया गया। इनमें उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।