डिजिटल अपराध की स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

joharcg.com आज के डिजिटल युग में, साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और इसका शिकार हर वर्ग के लोग हो रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाल ही में एक बैठक में इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी भी व्यक्ति को डिजिटल अपराध का सामना करना पड़ता है तो उन्हें तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल दुनिया में कई प्रकार के साइबर क्राइम जैसे कि डिजिटल ठगी, ऑनलाइन धोखाधड़ी, डेटा चोरी, फिशिंग, और हैकिंग आम हो गए हैं, जिनसे जनता को सतर्क रहना आवश्यक है।

डॉ. यादव ने बताया कि साइबर अपराधों से निपटने के लिए सरकार ने विशेष साइबर सेल की स्थापना की है जो 24×7 सक्रिय रहती है। उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि किसी भी तरह की धोखाधड़ी या डिजिटल ठगी की स्थिति में किसी को भी देर नहीं करनी चाहिए, बल्कि तुरंत पुलिस को जानकारी देनी चाहिए ताकि समय रहते दोषियों पर कार्रवाई हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि जितना जल्दी पुलिस को मामले की जानकारी दी जाएगी, उतना ही जल्दी और प्रभावी तरीके से अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।

डॉ. यादव ने यह भी कहा कि डिजिटल सुरक्षा में सुधार के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान, डिजिटल सुरक्षा वर्कशॉप और साइबर सुरक्षा के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर की स्थापना शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सलाह दी कि लोग अपने निजी डेटा को सुरक्षित रखें, और ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन करते समय सावधानी बरतें। सरकार का प्रयास है कि हर नागरिक को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।

मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे साइबर सुरक्षा नियमों का पालन करें और अपने व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा को सुरक्षित रखें। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।