joharcg.com राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी ) और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) के सहयोग से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 20 से 28 नवंबर, 2024 तक गोवा में 55वें भारतीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) की मेजबानी करेगा। यह कहानीकारों और सिनेमा प्रेमियों के लिए खुश होने का एक अवसर है। 55वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) एक जीवंत कार्यक्रम और विविध कार्यक्रमों के साथ शुरू होने जा रहा है, जिससे वैश्विक सिनेमा के एक अविस्मरणीय उत्सव का वादा किया गया है।
55वें आईएफएफआई का पूर्वावलोकन संवाददाता सम्मेलन आज केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विशेष सचिव नीरजा शेखर, आईएफएफआई के महोत्सव निदेशक शेखर कपूर, सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
अपने संबोधन के दौरान, डॉ. एल. मुरुगन ने वैश्विक मंच पर महोत्सव की प्रतिष्ठित भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आईएफएफआई न केवल भारत के लिए बल्कि विश्व स्तर पर एक ऐतिहासिक आयोजन बन गया है, जो कान जैसे वैश्विक महोत्सवों के समतुल्य है।” डॉ. मुरुगन ने महोत्सव के अनुभव को समृद्ध बनाने के लिए हर साल शुरू की जाने वाली अनूठी पहलों पर जोर दिया और बताया कि इस साल के आयोजन में फिल्मों के प्रति जबरदस्त रुचि देखने को मिली है, जो महोत्सव की बढ़ती पहुंच और प्रभाव को दर्शाती है।
जन सहभागिता बढ़ाने के लिए मंत्रालय ने मुंबई और चेन्नई में हाल ही में आयोजित कार्यक्रमों सहित प्रमुख शहरों में प्रोमोशनल रोड शो आयोजित किए हैं, इसके बाद हैदराबाद में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। डॉ. मुरुगन ने उद्योग जगत के दिग्गजों से इस महोत्सव को अपने महोत्सव के रूप में स्वीकार करने का आग्रह किया, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आईएफएफआई को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित सिनेमाई कार्यक्रम के रूप में स्थापित करने के विजन को दर्शाता है। उन्होंने लोगों से गोवा में आयोजित होने वाले महोत्सव में शामिल होने का भी आग्रह किया।