joharcg.com आज के डिजिटल युग में साइबर फ्रॉड एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। इंटरनेट के माध्यम से होने वाले अपराधों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है, और इसका शिकार बनने वाले लोग अपने डेटा, पैसे, और व्यक्तिगत जानकारी को खो देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मिश्रा ने साइबर अपराधों से बचने के लिए लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की सख्त चेतावनी दी है।

साइबर फ्रॉड के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। चाहे वह बैंकिंग धोखाधड़ी हो, फिशिंग ईमेल, या सोशल मीडिया पर निजी जानकारी की चोरी, साइबर अपराधी नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि वे लोगों को आसानी से शिकार बना सकें। जस्टिस मिश्रा ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए कहा कि हमें यह समझना होगा कि साइबर अपराधियों का जाल कितना बड़ा और जटिल हो चुका है।

जस्टिस मिश्रा ने कहा कि साइबर फ्रॉड से बचने का सबसे अच्छा तरीका जागरूकता है। लोगों को यह समझना होगा कि वे कैसे ऑनलाइन सुरक्षित रह सकते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इंटरनेट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

जस्टिस मिश्रा के अनुसार, “लोगों को यह जानकारी होनी चाहिए कि साइबर अपराध कैसे होते हैं और उनके द्वारा किन तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही, उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि कैसे एक छोटे कदम से वे बड़े नुकसान से बच सकते हैं।”

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सावधानियां

  1. मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें:
    पासवर्ड आपके डिजिटल जीवन का पहला सुरक्षा किला होता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके पासवर्ड मजबूत और जटिल हों। पासवर्ड में अक्षर, संख्याएँ, और विशेष चिन्हों का मिश्रण हो, ताकि उन्हें तोड़ पाना मुश्किल हो।
  2. फिशिंग ईमेल से सावधान रहें:
    अक्सर साइबर अपराधी नकली ईमेल भेजकर आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। ऐसे ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से बचें, और सुनिश्चित करें कि यह संदेश किसी विश्वसनीय स्रोत से आया हो।
  3. सॉफ्टवेयर अपडेट रखें:
    अपने कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस के सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करते रहें। यह अपडेट न केवल आपके डिवाइस को बेहतर बनाते हैं, बल्कि वे साइबर हमलों से सुरक्षा के लिए भी जरूरी होते हैं।
  4. द्वि-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें:
    2FA एक अतिरिक्त सुरक्षा उपाय है जो आपके खातों की सुरक्षा को दोगुना कर देता है। यह एक अतिरिक्त कोड या प्रमाणीकरण विधि की मांग करता है, जिससे आपके खाते की सुरक्षा और भी मजबूत हो जाती है।
  5. सार्वजनिक वाई-फाई से बचें:
    सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क असुरक्षित होते हैं, और साइबर अपराधी आपके डेटा को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं। अगर जरूरी हो तो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करें।

जस्टिस मिश्रा ने यह भी चेतावनी दी कि साइबर अपराधी लगातार अपने तरीकों को बदलते और उन्नत करते जा रहे हैं। पहले जहां केवल बैंकिंग धोखाधड़ी आम थी, वहीं अब सोशल मीडिया, ऑनलाइन शॉपिंग, और डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर भी फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं। इसीलिए लोगों को यह समझना जरूरी है कि ऑनलाइन किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले दो बार सोचें और सुरक्षा उपाय अपनाएं

जस्टिस मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में सरकार और अन्य संबंधित संस्थाओं की बड़ी भूमिका है। सरकार को साइबर अपराधों से निपटने के लिए कठोर कानून बनाने और लागू करने चाहिए। साथ ही, डिजिटल प्लेटफार्मों और सेवाओं को सुरक्षा के उच्चतम मानकों का पालन करना चाहिए ताकि उपयोगकर्ताओं की जानकारी और धन सुरक्षित रहे।

साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए जागरूकता और सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मिश्रा की चेतावनी इस बात को रेखांकित करती है कि डिजिटल युग में हमें अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा। साइबर अपराधी हमेशा नए-नए तरीके अपनाते रहेंगे, लेकिन यदि हम सावधानी बरतें और सही सुरक्षा उपाय अपनाएँ, तो हम उनके जाल में फंसने से बच सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आदरणीय रनजीत वीजी मिश्रा ने साइबर फ्रॉड के खिलाफ लोगों को सावधान और जागरूक रहने की सलाह दी है। साइबर फ्रॉड में बढ़ती गिरती हलचल को देखते हुए उन्होंने बताया कि केवल सावधानी और जागरूकता ही हमें इस तरह के अपराध से बचा सकता है।

साइबर फ्रॉड के मामले में बढ़ोतरी को देखते हुए जस्टिस मिश्रा ने यह भी कहा कि आजकल क्राइम स्थान ऑनलाइन मीटिंग, ईमेल, और डिजिटल पेमेंट्स जैसी डिजिटल आधारों पर हो रहे हैं। इसलिए सावधानी बरतना और जागरूक रहना जरूरी है।

यहाँ एक बात और जाने के लिए यह बताया जा रहा है कि कैसे साइबर थिएफ्ट करते हैं। उनका कहना है कि इन अपराधियों का मुख्यलाभ चोरी और बहुत सारा पैसा डालने का होता है। वे आमतौर पर लोगों को धोखाधड़ी कर उनसे व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुरा लेते हैं।

इसलिए आदरणीय मिश्रा ने लोगों से कहा कि वे ऑनलाइन सुरक्षित कैसे रह सकते हैं उन बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे साइबर सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय अपनाएं और खुद को सुरक्षित रखें। इसलिए यह उनकी बातों का अनुरोध किया जा रहा है कि वे सावधान और जागरूक रहें, ताकि साइबर फ्रॉड के खिलाफ स्वतंत्र रूप से आत्मरक्षा कर सकें।

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