joharcg.com हाल ही में सामने आए एक चौंकाने वाले मामले में, दो महिलाओं को मंत्रालय में नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला इस बात का उदाहरण है कि कैसे ठग बेरोजगार युवाओं की भावनाओं का फायदा उठाकर उन्हें ठगी का शिकार बनाते हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब कुछ बेरोजगार युवाओं ने नौकरी की तलाश में इन महिलाओं से संपर्क किया। महिलाओं ने उन्हें बताया कि उनके पास मंत्रालय में नौकरी की वैकेंसी है और इसके लिए उन्हें कुछ पैसे जमा कराने होंगे। युवाओं को यह भी आश्वासन दिया गया कि यदि वे इन महिलाओं की मदद लेते हैं तो उन्हें निश्चित रूप से नौकरी मिल जाएगी।
महिलाओं ने युवाओं से विभिन्न बहानों के तहत पैसे लिए, जिसमें आवेदन शुल्क, ट्रेनिंग फीस और दस्तावेज़ों की प्रक्रिया में लगने वाले खर्च शामिल थे। यह ठगाई इतनी व्यापक थी कि उन्होंने कई लोगों को अपनी जाल में फंसा लिया। आरोपी महिलाओं ने बड़े ताम-झाम के साथ इन युवाओं को आकर्षित किया और उन्हें एक सुरक्षित नौकरी का भरोसा दिलाया।
जब इन महिलाओं द्वारा की गई ठगी की बात सामने आई, तो ठगी का शिकार बने युवाओं ने स्थानीय पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की और दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार की गई महिलाओं के नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन उनके खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ठगी का शिकार बने युवाओं ने बताया कि वे कई महीनों से नौकरी की तलाश कर रहे थे और इस अवसर को सुनहरा मानते हुए इन महिलाओं पर विश्वास कर लिया। उनके लिए यह एक बड़ा धोखा था और उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में और सतर्क रहने की आवश्यकता है। युवाओं ने प्रशासन से अपील की है कि वे ऐसे ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें ताकि दूसरों को इस तरह की ठगी का सामना न करना पड़े।
यह घटना एक गंभीर मुद्दे को उजागर करती है कि कैसे बेरोजगारी का फायदा उठाकर कुछ लोग अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए दूसरों को ठगने का काम करते हैं। पुलिस की तत्परता से इन महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन समाज को भी इस प्रकार के मामलों के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। युवाओं को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी नौकरी के अवसर के लिए पैसे देने से पहले पूरी जानकारी इकट्ठा करें और सत्यापन करें।
राज्य के मंत्रालय में नौकरी का झांसा देने का मामला सामने आया है, जिसमें दो महिलाएं दोहरी धोखाधड़ी करके लाखों रुपये कमा चुकी थीं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों महिलाएं यह धोखाधड़ी कार्यक्रम श्रीलता और मोनिका के नाम से चला रही थीं। उन्होंने राज्य के मंत्री के नाम पर फर्जी वेबसाइट खोली और लोगों को नौकरी का झांसा देकर पैसे ठग लिए। इनमें से एक महिला ने कानूनी मदद मांगने के बाद पुलिस को इस मामले की जानकारी दी थी।
पुलिस ने वेबसाइट का पता लगाकर दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया और उनके साथ धोखाधड़ी के साबुत प्राप्त किये। उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से युवाओं को रिक्त पदों के खिलाफ काम करने की पेशकश की और उनसे भुगतान भी लिया। पुलिस ने कहा कि यह मामला गंभीर है और जांच जारी है। दोनों आरोपियों को क्यूरी जेल में हिरासत में रखा गया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसमें से एक महिला ने किया खुलासा कि दोनों धोखाधड़ी में मिलकर काम कर रही थीं और लोगों से पैसे लूट रही थीं। पुलिस उनके पूरे नेटवर्क को पीछा कर रही है ताकि जितने भी पीड़ित लोग हैं, उन्हें न्याय मिल सके। इस मामले से एक बार फिर सामाजिक मीडिया द्वारा धोखाधड़ी के मामले में सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता को दर्शाया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे ऐसे फर्जी कार्यक्रमों में शामिल न हों और नौकरी की खोज के लिए मान्य जगहों से ही संपर्क करें।