गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण – श्री टी.एस. सिंहदेव
रायपुर – लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज पंडरी स्थित रायपुर जिला अस्पताल में अत्याधुनिक हमर लैब, कैंसर मरीजों के लिए डे-केयर कीमोथेरेपी सेवा और कार्डियक केयर यूनिट (सी.सी.यू.) का लोकार्पण किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ तीनों जगहों का भ्रमण कर यहां मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने सी.सी.यू. में भर्ती मरीज से मिलकर उनकी सेहत की भी जानकारी ली।
रायपुर जिला अस्पताल में स्थापित अत्याधुनिक एवं सर्वसुविधायुक्त लैब में 90 तरह की जांच की सुविधा है। हृदय की तकलीफों की आकस्मिक और गहन चिकित्सा के लिए छह बिस्तरों का इंटेसिव कार्डियक केयर यूनिट तथा डे-केयर कीमोथेरेपी के लिए छह बिस्तरों का दीर्घायु वार्ड भी जिला चिकित्सालय में आज से शुरू हो गया है। लोकार्पण कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, विधायकगण सर्वश्री कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, श्रीमती अनिता शर्मा और रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा भी मौजूद थीं।
लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि यूनिवर्सल हेल्थ केयर के तहत लोगों को निःशुल्क या कम से कम खर्च पर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए सरकारी अस्पतालों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। वहां नई सुविधाएं शुरू करने के साथ ही बेहतर इलाज व देखभाल के लिए संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। रायपुर में आज शुरू हुए हमर लैब से लोगों को एक ही जगह नाममात्र के शुल्क पर अनेक तरह के परीक्षण की सुविधा मिलेगी। अभी यहां 90 तरह की जांच की सुविधा है। कुछ और मशीनों के आने के बाद इस लैब से 120 तरह के जांच की सुविधा मिलने लगेगी। श्री सिंहदेव ने कहा कि इस आधुनिक लैब में हुए परीक्षण की रिपोर्ट मरीजों को सीधे उनके मोबाइल पर मिल जाएगी। रिपोर्ट की हॉर्डकॉपी उन्हें संबंधित अस्पताल से मिलेगी। जिला अस्पताल के साथ ही आसपास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संकलित सैंपलों का भी परीक्षण यहां होगा।
स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह ने लोकार्पण कार्यक्रम में बताया कि हमर लैब की स्थापना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और सी.डी.सी. (Centers for Disease Control & Prevention) के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है। चरणबद्ध रूप से सभी जिला चिकित्सालयों के लैब में जांच की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। डे-केयर कीमोथेरेपी एवं सी.सी.यू. सुविधा का सभी जिला अस्पतालों तक विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज यहां शुरू हुए इंटेसिव कार्डियक केयर यूनिट से हृदयाघात के बाद तत्काल आपात चिकित्सा की सुविधा लोगों को मिलेगी। यहां प्रतिदिन चौबीसों घंटे गहन चिकित्सा की व्यवस्था है। वहीं डे-केयर कीमोथेरेपी सेवा कैंसर का इलाज सुलभ बनाएगा। इन दोनों सुविधाओं से मरीजों का जल्दी इलाज होने से असमय मृत्यु को रोका जा सकेगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना की वेबसाइट लॉंच की। उन्होंने योजना के तहत डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के ऑनलाइन भुगतान सुविधा का भी शुभारंभ किया। श्री सिंहदेव ने अस्पताल में अपना आधार नंबर देकर योजना के तहत मौके पर ही अपना ई-कॉर्ड बनवाया। लोकार्पण कार्यक्रम में संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, रायपुर के कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन, रायपुर नगर निगम के आयुक्त श्री सौरभ कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गौरव सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल और सिविल सर्जन डॉ. रवि तिवारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
यूनिवर्सल हेल्थ केयर की ओर बढ़ते कदम – हमर लैब, सी.सी.यू. और कीमोथेरेपी सुविधा
हमर लैब प्रदेश की पहली ऐसी लैब होगी जहां जांच रिपोर्ट के लिए मरीज या उनके परिजनों को दोबारा आना नहीं पड़ेगा। रिपोर्ट मोबाइल पर या अस्पताल में मिल जाएगी। आई.पी.एच.एस. (IPHS – Indian Public Health Standards) के अनुसार जिला अस्पताल के लैब में 60 तरह की जांच की सुविधा होनी चाहिए। लेकिन उच्च स्तरीय आधुनिक मशीनों से यहां 90 तरह के जांच की सुविधा मिलेगी। अगले वित्तीय वर्ष में सभी जिला अस्पतालों में हमर लैब की स्थापना की जाएगी।
हृदय रोग, हृदयाघात और स्ट्रोक से होने वाली असमय मौत को रोकने के लिए प्रदेश के सात जिला अस्पतालों में कार्डियक केयर यूनिट की स्थापना की जा रही है। रायपुर के साथ ही जशपुर, धमतरी, दुर्ग, कोरबा, कांकेर और बलौदाबाजार-भाटापारा के जिला चिकित्सालयों में यह सुविधा शुरू की जा रही है। सी.सी.यू. में बेडसाइड कॉर्डियक मॉनिटर और उन्नत मशीनों से लैस बेडसाइड केयर उपलब्ध होगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 22 जिला अस्पतालों में दीर्घायु वार्ड के नाम से डे-केयर कीमोथेरेपी सेवा भी शुरू की जा रही है। जिला अस्पतालों में इस निःशुल्क सेवा की शुरूआत से कैंसर पीड़ितों को स्थानीय स्तर पर ही फॉलो-अप कीमोथेरेपी की सुविधा मिलेगी।