joharcg.com आमिर खान की फिल्में हमेशा से अलग होती हैं और दर्शकों की उम्मीदें उनसे काफी ऊँची होती हैं। लेकिन उनकी हालिया फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ ने कई दर्शकों को निराश किया। हालांकि यह फिल्म हॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप’ की आधिकारिक रीमेक थी, फिर भी इसे वह सफलता नहीं मिली जो आमिर खान की फिल्मों से जुड़ी होती है। ऐसा क्यों हुआ? आइए जानते हैं।
‘लाल सिंह चड्ढा’ में आमिर खान ने एक मासूम और सीधे-सादे इंसान का किरदार निभाया। लेकिन फिल्म के रिलीज़ के बाद कई समीक्षकों और दर्शकों का कहना था कि आमिर का अभिनय उनकी पिछली फिल्मों की तरह दमदार नहीं था। जहां तक मासूमियत दिखाने की बात है, वहां उनके अभिनय को कुछ हद तक ओवरएक्टिंग के रूप में देखा गया। खासकर उनके चेहरे के हाव-भाव, जो कई जगहों पर अनावश्यक और अतिरंजित लगे।
आमिर खान के पास एक शानदार अभिनय की क्षमता है, लेकिन इस बार उन्होंने शायद अपने किरदार को ज़्यादा ही सरल और भावुक दिखाने की कोशिश की, जो दर्शकों को जुड़ने में नाकाम रहा। फॉरेस्ट गंप के किरदार की मासूमियत एक खास ढंग से पेश की गई थी, लेकिन आमिर का प्रदर्शन उतना प्राकृतिक नहीं लगा।
फिल्म की लंबाई भी एक बड़ी समस्या बनी। दर्शकों का कहना था कि कहानी को ज़रूरत से ज़्यादा खींचा गया, और कई सीन्स अनावश्यक लगे। ‘फॉरेस्ट गंप’ जैसी प्रतिष्ठित फिल्म के रीमेक में यह उम्मीद की जा रही थी कि कहानी को भारतीय दर्शकों के हिसाब से बेहतर तरीके से ढाला जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नतीजतन, फिल्म ने न तो पूरी तरह से मनोरंजन किया और न ही वह इमोशनल कनेक्शन बना पाई जो इसे बनाना चाहिए था।
कई आलोचक और फिल्म प्रेमी मानते हैं कि आमिर खान को इस फिल्म में अपने अभिनय और किरदार के साथ थोड़ा और संतुलन बनाना चाहिए था। उनके अभिनय में वह गहराई और सरलता नहीं आई, जो ‘फॉरेस्ट गंप’ की तरह होनी चाहिए थी। आमिर खान को अपने किरदार को ज़्यादा वास्तविक और साधारण तरीके से पेश करने की ज़रूरत थी, बजाय इसके कि वह ज़्यादा भावुकता और हाव-भाव पर जोर दें।
आमिर खान के प्रशंसक अब उनकी अगली फिल्म की ओर देख रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि वह अपनी पिछली गलतियों से सबक लेकर एक बार फिर से अपने बेहतरीन अभिनय का प्रदर्शन करेंगे। फिल्म उद्योग में आमिर खान का एक विशेष स्थान है और दर्शक उनसे कुछ खास उम्मीद रखते हैं। इसलिए, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह आगे किस तरह से अपनी फिल्मों और अभिनय में नयापन लाते हैं।
आमिर खान के आने वाली फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के बारे में किए गए चर्चे मिल रहे हैं। इस फिल्म में एक विवादित सीन होने की संभावना है जिसे लोगों ने नकारा है। अब यह देखना है कि इस सीन के बारे में आमिर खान की पक्षपातिता की वास्तविकता क्या है।
इस फिल्म में आमिर खान की अहम भूमिका है, जिसे उन्होंने बहुत ही उत्साह से निभाया है। फिल्म के मामूली दृश्यों के बीच एक ऐसा सीन है जिसे लोगों ने बहुत उत्तेजना से स्वीकार किया है। इस सीन में आमिर खान का किरदार एक नाटकीय रूप से पेश किया गया है। इस कारण लोगों में यहाँ एक नाटकीय रूप को लेकर विवाद उत्पन्न हो रहा है। एक ओर आमिर खान के प्रशंसक इसे एक गहरा संदेश समझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आमिर के कुछ नए दर्शक इसे किरदार की सत्ता के तौर पर देख रहे हैं।
फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के लिए आमिर खान ने कई महीनों तक मेहनत की है और अपने किरदार की भूमिका में पूरी मेहनत की है। इससे पहले भी आमिर ने कई ऐसी फिल्में की हैं जिन्होंने समाज में जागरूकता फैलाने में मदद की है। लेकिन इस बार के सीन के लिए लोगों ने उन्हें नकारा है और कहा है कि ऐसा कुछ भी किया जाना नहीं चाहिए था। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ सावधानियों को ध्यान में रखना भी जरूरी है।
अंत में, ‘लाल सिंह चड्ढा’ एक महत्वपूर्ण फिल्म है जिसमें आमिर खान एक अहम किरदार निभा रहे हैं। इस फिल्म के माध्यम से समाज को कई महत्वपूर्ण संदेश मिलेंगे जो उन्हें सोचने पर मजबूर करेंगे। आमिर खान की बहादुरी और विवेकपूर्ण सोच का यह एक और प्रमाण होगा। इस फिल्म को लेकर लोगों की अध्ययन और तारीफें बढ़ाने के लिए उम्मीदें हैं और यह साबित करना चाहते हैं कि आमिर खान की कार्यक्षमता और पेशेवरता की कोई वास्तविक सराहना करनी चाहिए।